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श्रावस्ती जिले में शुक्रवार सुबह एक ही परिवार के पांच लोगों के शव मिलने से सनसनी फैल गई। कैलाशपुर मनिहार तारा गांव में पति-पत्नी और तीन बच्चों की लाशें संदिग्ध परिस्थितियों में घर के अंदर पड़ी मिलीं। पुलिस व फॉरेंसिक टीमें जांच में जुट गई हैं।
परिजनों में मातम का माहौल
Shravasti: श्रावस्ती जिले के कैलाशपुर मनिहार तारा गांव में शुक्रवार सुबह ऐसी भयावह घटना सामने आई जिसने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। एक ही परिवार के पांच सदस्यों, पति, पत्नी और तीन मासूम बच्चों के शव घर के अंदर संदिग्ध हालात में पाए गए। सुबह की शुरुआत जहां आम दिनों की तरह ही हुई थी, वहीं कुछ घंटों बाद गांव में ऐसा मातम पसरा कि हर कोई दहशत और सदमे में आ गया।
जानकारी के अनुसार, रोज अली की बहन रुबीना हमेशा की तरह सुबह किसी काम से भाई के घर गई। उसने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। बार-बार आवाज देने पर भी कोई हरकत न होने से उसके मन में डर बैठ गया। आखिरकार उसने खिड़की से अंदर झांककर देखा तो वह चीख पड़ी। कमरे में भाई रोज अली, भाभी शहनाज़ और तीनों बच्चों के शव पड़े थे।
रुबीना की चीख सुनकर गांव के लोग इकट्ठा हो गए। परिजनों और ग्रामीणों ने दरवाज़ा तोड़ा, लेकिन अंदर सन्नाटा था। ठंडी हवा, बिखरे शव और कमरे में फैली मौत की रहस्यमयी खामोशी। किसी को समझ नहीं आया कि यह हादसा है, आत्महत्या है या किसी शातिर साजिश का नतीजा।
वहीं इस घटना की खबर जंगल की आग की तरह फैली और कुछ ही देर में पूरा गांव शोक में डूब गया। रोज अली का परिवार गांव में शांत और सरल माना जाता था। पड़ोसियों का कहना है कि वे किसी विवाद में नहीं पड़ते थे और बच्चे भी पढ़ाई-लिखाई में व्यस्त रहते थे। ऐसे परिवार की सामूहिक मौत ने लोगों को भीतर तक झकझोर दिया।
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गांव की महिलाएं बच्चों की याद में रोती रहीं, बुजुर्गों का कहना है कि उन्होंने अपने जीवन में इतनी बड़ी त्रासदी कभी नहीं देखी। घर के बाहर अफरा-तफरी और अंदर मौत का सन्नाटा पसरा हुआ है। पूरा गांव शोक और सवालों के बीच डूबा हुआ है।
सूचना मिलते ही इकौना थाना पुलिस, फिर जिला पुलिस अधिकारी और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। घर को सील कर विस्तृत जांच शुरू की गई। टीम ने कमरे से नमूने लेने के साथ-साथ हर सामान की बारीकी से जांच की। जिसमें बर्तन, गिलास, बिस्तर, दीवारें, सबकुछ खंगाला गया।
घर में न तो किसी जबरदस्ती के स्पष्ट निशान मिले और न ही कोई संघर्ष के संकेत। हालांकि पुलिस अभी किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से बच रही है। उन्होंने कहा कि यह मामला सामूहिक आत्महत्या का भी हो सकता है, लेकिन साजिश की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
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घटना से जुड़े कई अहम सवाल पुलिस को परेशान कर रहे हैं, जैसे क्या परिवार ने खुद आत्महत्या की? अगर हाँ, तो उन्होंने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया? क्या किसी जहरीले पदार्थ का इस्तेमाल हुआ? मृतकों के शरीर पर कोई चोट का निशान क्यों नहीं मिला? दरवाजा अंदर से बंद था या किसी ने बाहर से लॉक किया था? क्या परिवार हाल ही में किसी आर्थिक, पारिवारिक या मानसिक तनाव में था?
फिलहाल, श्रावस्ती में यह घटना रहस्य का रूप ले चुकी है। पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक परीक्षण का इंतजार कर रही है, जो घटना को समझने में अहम साबित होंगे। गांव में सदमे का माहौल गहरा है और हर कोई बस यही पूछ रहा है कि आखिर इस परिवार के साथ ऐसा क्या हुआ कि पूरी दुनिया एक रात में खत्म हो गई? फिलहाल मामले को लेकर जांच जारी है और सच सामने आने का इंतजार पूरे गांव को है।