

उत्तर प्रदेश के संभल जनपद में इस बार की कांवड़ यात्रा पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से एक नई मिसाल बनने जा रही है। हर साल लाखों की संख्या में शिवभक्त कांवड़ यात्रा में भाग लेते हैं, लेकिन उनके साथ प्लास्टिक और पॉलीथीन की अत्यधिक मात्रा पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती है। इस बार प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए कांवड़ यात्रा को पूरी तरह पॉलीथीन मुक्त करने का निर्णय लिया है।
संभल की कावड़ यात्रा बनेगी मिसाल
Sambhal: उत्तर प्रदेश के संभल जनपद में इस बार की कांवड़ यात्रा पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से एक नई मिसाल बनने जा रही है। हर साल लाखों की संख्या में शिवभक्त कांवड़ यात्रा में भाग लेते हैं, लेकिन उनके साथ प्लास्टिक और पॉलीथीन की अत्यधिक मात्रा पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती है। इस बार प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए कांवड़ यात्रा को पूरी तरह पॉलीथीन मुक्त करने का निर्णय लिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, श्रावण मास के शुरू होने से पहले ही नगर पालिका परिषद और प्रशासन ने एक संयुक्त अभियान शुरू किया है, जिसके तहत सिंगल यूज प्लास्टिक पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन की तरफ से अब तक चार जगहों पर छापेमारी की गई है, जिसमें कुल 4 कुंतल पॉलीथीन जब्त की गई। इसके अलावा, 77,000 रुपये का जुर्माना भी आरोपियों से वसूला गया है।
इस विशेष अभियान की अगुवाई अधिशासी अधिकारी डॉ. मणिभूषण तिवारी और सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार कर रहे हैं। दोनों अधिकारियों ने साफ संदेश दिया है कि इस बार कांवड़ यात्रा में कोई भी पॉलीथीन का प्रयोग नहीं करेगा, और जो भी नियमों का उल्लंघन करता पाया जाएगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
पर्यावरण के प्रति श्रद्धालुओं को जागरूक करने के लिए प्रशासन ने 5,000 थैले मुफ्त वितरित करने का फैसला किया है। ये थैले यात्रा मार्ग और प्रमुख मंदिरों पर भी उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि श्रद्धालु अपनी जरूरत का सामान पॉलीथीन की बजाय इन थैलों में रख सकें। यह एक महत्वपूर्ण प्रयास है जो यात्रा को स्वच्छ, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल बनाने में मदद करेगा।
कांवड़ यात्रा के दौरान मंदिरों और यात्रा मार्गों पर साफ-सफाई बनाए रखने के लिए नगर पालिका के कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। इन कर्मचारियों को यह सुनिश्चित करने का जिम्मा सौंपा गया है कि न केवल सफाई बनी रहे, बल्कि किसी भी श्रद्धालु द्वारा पॉलीथीन के उपयोग पर तुरंत रोक लगाई जाए।
प्रशासन ने जनता से भी सहयोग की अपील की है। साफ कहा गया है कि यदि किसी के पास पॉलीथीन मिलती है, तो वह उसे या तो स्वयं प्रशासन को सौंपे या उस दुकान पर लौटाए जहां से खरीदी गई हो। यह जनजागरूकता और जिम्मेदारी का एक अनूठा प्रयोग है जो संभवतः राज्य में कांवड़ यात्रा के संचालन की दिशा को ही बदल सकता है।
अधिशासी अधिकारी का संदेश
डॉ. मणिभूषण तिवारी, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद, संभल ने कहा,"हमारा उद्देश्य सिर्फ कांवड़ यात्रा को सफल बनाना नहीं, बल्कि उसे ऐसा स्वरूप देना है जो भविष्य के लिए प्रेरणा बने। पॉलीथीन मुक्त यात्रा से हम पर्यावरण को बचा सकते हैं और श्रद्धालुओं को स्वच्छता के महत्व से जोड़ सकते हैं।"