

उत्तर प्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनाव में पोलिंग बूथों की संख्या में बड़ा इजाफा होने जा रहा है। चुनाव आयोग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है कि अब हर 1200 मतदाताओं के लिए एक पोलिंग बूथ होगा, जिससे आगामी चुनाव में कुल बूथों की संख्या 18196 तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
यूपी विधानसभा चुनाव 2027
Lucknow: उत्तर प्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनाव में पोलिंग बूथों की संख्या में बड़ा इजाफा होने जा रहा है। चुनाव आयोग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है कि अब हर 1200 मतदाताओं के लिए एक पोलिंग बूथ होगा, जिससे आगामी चुनाव में कुल बूथों की संख्या 18196 तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव में एक पोलिंग बूथ पर 1500 मतदाता होते थे, जिसका सीधा असर मतदान के दिन कतारों पर पड़ता था। लंबी कतारें और मतदाताओं को होने वाली परेशानी को देखते हुए चुनाव आयोग ने यह कदम उठाया है। अब, एक बूथ पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं होंगे। इससे हर बूथ पर मतदाताओं की संख्या कम हो जाएगी और मतदान प्रक्रिया तेज और सुगम होगी।
चुनाव आयोग ने पहले ही मतदान प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने के लिए कदम उठाना शुरू कर दिया है। निर्वाचन अधिकारियों का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद नए बूथों का निर्माण कार्य आरंभ कर दिया जाएगा। पिछली विधानसभा में राज्य में 162462 पोलिंग बूथ थे, लेकिन अब 2027 में इनकी संख्या 181962 तक पहुंचने का अनुमान है। पोलिंग स्टेशनों पर तीन से चार बूथ होंगे, जिससे हर मतदाता को मतदान केंद्र तक पहुंचने में आसानी होगी।
चुनाव आयोग का यह कदम न सिर्फ मतदान प्रक्रिया को आसान बनाएगा, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के लाखों मतदाताओं के लिए मतदान के अनुभव को भी बेहतर करेगा। अब उन्हें अपनी बारी के लिए लंबी कतारों में खड़ा नहीं रहना होगा। इसके अलावा, चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने में भी यह सुधार अहम भूमिका निभाएगा।
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद नए पोलिंग बूथों के निर्माण का काम शुरू हो जाएगा, जिससे प्रदेशभर में वोटिंग प्रक्रिया के लिए बेहतर व्यवस्थाएं तैयार की जा सकेंगी।
इस बदलाव का बड़ा फायदा यह होगा कि पोलिंग बूथों की संख्या बढ़ने से मतदाताओं को चुनाव में किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। छोटे-छोटे बूथ बनेंगे, जिससे वोट डालने का समय कम होगा और मतदाता जल्दी से अपनी बारी पर मतदान कर सकेंगे। इस पहल से यूपी के हर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव की प्रक्रिया और भी सहज हो जाएगी। यह निर्णय आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है, जो न केवल मतदान की प्रक्रिया को सरल बनाएगा, बल्कि प्रदेश के चुनावी माहौल को भी पूरी तरह से बदल सकता है।