

अखिलेश यादव ने लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बीएसपी प्रमुख मायावती के गंभीर आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने बीजेपी और बीएसपी के बीच साठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी हमेशा से बहुजन समाज के साथ खड़ी रही है।
सांसद अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस
Lucknow: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीएसपी प्रमुख मायावती के आरोपों का जवाब देने के लिए आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मायावती ने कांशीराम की पुण्यतिथि पर एसपी पर कई गंभीर आरोप लगाए थे, जिन्हें अखिलेश यादव ने पूरी तरह से नकारते हुए सपा की तरफ से सटीक प्रतिक्रिया दी। अखिलेश ने कहा कि मायावती के आरोप निराधार हैं और सपा का हमेशा से बहुजन समाज और वंचितों के साथ एक मजबूत रिश्ता रहा है।
अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खुलासा किया कि वह मानते हैं कि बीजेपी और बीएसपी के बीच कोई न कोई साठगांठ है। मायावती द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ पर उन्होंने कहा कि अगर वह बीजेपी से खुश हैं, तो इसका मतलब साफ है कि अंदर कुछ न कुछ गठबंधन जरूर है। अखिलेश ने यह भी कहा कि मायावती का यह बयान उनके और बीजेपी के बीच की सियासी समझौते को उजागर करता है।
BSP प्रमुख मायावती के बयान पर सपा प्रमुख @yadavakhilesh ने कहा- जुल्म जो कर रहा उसकी आभारी है वो तो अब मैं क्या बोलू...सब साठ-गांठ की बात हैं...#SamajwadiParty #AkhileshYadav #lucknownews #UttarPradesh #Mayavati #BSP @samajwadiparty pic.twitter.com/1gZn821tel
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 9, 2025
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) हमेशा से बहुजन समाज के साथ खड़ी रही है। उन्होंने याद दिलाया कि कांशीराम को इटावा से सांसद बनाने में समाजवादी पार्टी का योगदान था। उन्होंने यह भी कहा कि जब उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिक राजनीति का सामना सपा और बीएसपी ने मिलकर किया था, तब दोनों पार्टियों ने एकजुट होकर इसका विरोध किया था। यह संकेत देता है कि सपा और बीएसपी का इतिहास एकजुटता का रहा है, ना कि विभाजन का।
सांसद अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस
अखिलेश यादव ने कहा कि उनका ध्यान केवल और केवल समाजवादी पार्टी की मजबूती और यूपी के विकास पर है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से पीडीए (पार्टी के लोकतांत्रिक गठबंधन) को मजबूत करने का आह्वान किया और कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा से सामाजिक न्याय के लिए काम करती आई है। अखिलेश ने इस बात पर जोर दिया कि सपा और इंडिया गठबंधन की सरकार यूपी में बनेगी और समाजवादी पार्टी एकजुट होकर आगामी चुनावों में बड़ी जीत हासिल करेगी।
अखिलेश यादव ने कांशीराम की पुण्यतिथि के अवसर पर उनके योगदान को सम्मानित किया और कहा कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा उनकी legacy को आगे बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी ने कांशीराम की प्रतिमा लगाने का काम किया तो वह उन्होंने खुद किया और यह एक ऐतिहासिक कदम था।
मायावती का योगी आदित्यनाथ की तारीफ करना अखिलेश यादव के लिए चौंकाने वाला था। अखिलेश ने कहा कि यह बयान बीजेपी और बीएसपी के बीच के किसी गुप्त गठबंधन की ओर इशारा करता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के बयानों से यह साफ है कि मायावती और बीजेपी के बीच राजनीतिक साठगांठ है। इस पर अखिलेश ने अपनी चिंता व्यक्त की और दावा किया कि सपा इस साठगांठ को उजागर करेगी।
अखिलेश यादव ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि समाजवादी पार्टी यूपी 2027 विधानसभा चुनाव को एक ही चरण में कराए जाने की पक्षधर है। उन्होंने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ की बात का हवाला देते हुए कहा कि यह समय की जरूरत है और इससे चुनाव प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाया जा सकता है। अखिलेश ने सुझाव दिया कि अगर देश में एक साथ चुनाव कराए जा सकते हैं, तो यूपी में भी एक ही चरण में चुनाव कराना संभव है, जिससे प्रदेश की जनता को फायदा होगा और चुनावी प्रक्रिया में समय की बचत होगी।