हिंदी
यूपी के देवरिया में शुक्रवार को पुलिस की फिरौती की रकम वसूलने वाले अगवा करने वाले गैंग से मुठभेड़ हुई है। पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के सदस्य बड़े व्यापारियों को फिरौती हेतु अपहरण करने की योजना बनाकर अंजाम देते थे और करोड़ों रुपये की फिरौती की मांग करते थे।
देवरिया में अगवा करने वाले गैंग से पुलिस की मुठभेड़
Deoria: यूपी के देवरिया में शुक्रवार को पुलिस की फिरौती की रकम वसूलने वाले अगवा करने वाले गैंग से मुठभेड़ हुई है। पुलिस ने तीन अभियुक्तों को देवरिया से गिरफ्तार किया है। गिरोह के सदस्य बड़े व्यापारियों को फिटौती हेतु अपहरण करने की योजना बनाकर अंजाम देते थे। एसटीएफ ने अभियुक्तों से 2 अवैध पिस्टल, 3 जिंदा कारतूस, 2 खोखा कारतूस, 2 देशी तमंचा, 4 जिंदा कारतूस और 1 बुलेट मोटरसाइकिल बरामद की है।
अभियुक्तों की पहचान हिमान्शु उर्फ गोविन्द यादव पुत्र रामचन्द्र यादव निवासी मिर्जापुर, पोस्ट खिरिया खाझा, थाना रानीपुर, जिला मऊ, मंजीत यादव पुत्र स्व० शिवबली यादव निवासी ताजपुर उस्मानपुर, पोस्ट पिपरीडीह, थाना सरायलखंसी, जनपद मऊ और नितेश यादव पुत्र शिवसागर यादव निवासी बरवा, थाना महुआडीह, जनपद देवरिया से हुई है।
एसटीएफ ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी शनिवार सुबह महदहां मोड़ से डुमवलिया रोड पर लगभग 400 मीटर सड़क पर थाना क्षेत्र सलेमपुर, जनपद देवरिया से की।
अभियुक्तों से मिली अवैध सामग्री
जानकारी के अनुसार एसटीएफ लखनऊ को सूचना प्राप्त हो रही थी कि जनपद देवरिया और आसपास के जनपद में एक गैंग सक्रिय है जो किसी बड़े व्यापारी की फिरौती के लिये अपहरण करने की फिराक में है। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न टीमों को कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था।
मुखबिर से एसटीएफ को ज्ञात हुआ कि हिमांशु यादव और प्रदीप यादव थानाक्षेत्र महुआडीह, जनपद देवरिया अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर सलेमपुर थाना क्षेत्र के अन्तर्गत पड़री तिवारी गांव के दो लोगों का फिरौती के लिए अपहरण करने की तैयारी में हैं। सूचना प्राप्त हुई कि फिरौती के लिए अपहरण की घटना कारित करने हेतु योजना बनाने वाला गैंग महदहा चौराहे से डुमवलिया रोड पर जायेंगे और रास्ते में सिसवा पाण्डेय गांव के आस-पास अपहरण की घटना को अंजाम देंगे।
पुलिस को सूचना मिली कि बदमाश चार पहिया एवं दो पहिया वाहन से आने वाले हैं एवं उनके पास घातक असलहे हैं। व्यापारी किसी शादी समारोह में सम्मिलित होने गये हैं उसी रास्ते से अपने गांव पड़री तिवारी जायेंगे और गैंग द्वारा रास्ते में ही घटना को अंजाम दिया जायेगा।
इस सूचना पर एसटीएफ् ने एक्शन लिया और बताये मार्ग पर जाल बिछाया। इस बीच कुछ देर बाद एक बुलेट मोटरसाइकिल व एक स्वीफ्ट डिजायर कार महदहां की ओर से आती हुई दिखाई दी। पुलिस ने उक्त बुलेट मोटरसाइकिल और एक स्वीफ्ट डिजायर कार को रोकने का प्रयास किया जिस पर बुलेट सवार व कार सवार बदमाशों द्वारा एसटीएफ व पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायर किया गया। इस दौरान फायरिंग कर कार सवार बदमाश भाग गये।
बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार बदमाशों ने भी पुलिस टीम और एसटीएफ पर जान से मारने की नियत से हमला किया। इस पर एसटीएफ और पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षार्थ नियंत्रित व संतुलित व न्यूनतम बल का प्रयोग करते हुये उक्त अपराधी पर फायर किया गया, जिससे एक बदमाश घायल हो गया। शेष अन्य दो बदमाशों को एसटीएफ टीम द्वारा पकड़ लिया गया। जिनसे उपरोक्त बदरामदगी हुई।
घायल हिमांशु उर्फ गोविन्द यादव को समुचित इलाज हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सलेमपुर भेजा गया, जहां से चिकित्सकों द्वारा मेडिकल कालेज देवरिया रेफर कर दिया गया है।
पुलिस पूछताछ में मंजीत यादव ने बताया कि उसे हिमांशु यादव ने फिरौती के लिए अपहरण करने के लिए बुलाया था। इस वारदात को अंजाम देने के लिए उसके साथ अंकित यादव थाना मरदह जनपद गाजीपुर, सर्वेश उर्फ गोलू यादव थाना सरायलखंसी, जनपद मऊ, पंकज यादव थाना सरायलखंसी, जनपद मऊ दो दिन पहले बिना नम्बर की स्वीफ्ट डीजायर कार से आये थे।
उन्होंने बताया कि वे प्रदीप यादव के गांव आकर रुके थे। रात में उसके मुर्गीफार्म पर सोते थे। उन लोगों का खाने-पीने और अन्य जरुरतों का ध्यान प्रदीप यादव एवं नितेश यादव रखते थे वही मुर्गी फार्म पर सूरज गौड़ जनपद देवरिया भी आया था।
उन्होंने बताया कि उन्होंने फिरौती के लिए अपहरण करने की योजना बनायी थी। शनिवार को उन लोगों को मिलकर फिरौती के लिए अपहरण की घटना को अंजाम देना था। इसी योजना के तहत प्रदीप यादव, अंकित यादव, सर्वेश उर्फ गोलू यादव, पंकज यादव व सूरज गौड़ जो कि मारूती स्वीफ्ट डिजायर गाडी में बैठ कर हमारे सा साथ ही आ रहे थे।
अभियुक्तों ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है। उनको बड़े व्यापारी राजकमल तिवारी जो ग्राम पड़री तिवारी का रहने वाला है तथा अरविन्द तिवारी उर्फ चुन्न तिवारी जिनका सलेमपुर में अन्नपूर्णा होटल है तथा अन्य प्रदेश में व्यवसाय है उनका अपहरण करना था।
अभियुक्तों ने बताया कि अपहरण करके हम लोगों को पांच करोड़ रुपये के फिरौती की मांग करनी थी तथा उन रुपयों को क्रिप्टो करेंसी के जरिये लेना था। अपहरण करने के पश्चात उस व्यक्ति को नेपाल में रखने की योजना थी। नेपाल में सूरज गौड़ का सम्पर्क है, वही उन्हें नेपाल में ले जाकर रखवाता। फिरौती से मिली रकम का पचास प्रतिशत रुपया मुखबिरी करने वाला व्यक्ति रखता तथा पचास प्रतिशत में हम सभी लोग हिस्सेदारी पाते।
पुलिस ने बताया कि अपराधियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में बीएनएस व धारा-3/25/27 आर्म्स एक्ट में मामला दर्ज किया गया है। अग्रिम कानूनी कार्यवाही थाना सलेमपुर, जनपद-देवरिया पुलिस द्वारा की जायेगी।