मेरठ का स्पोर्ट्स कारोबारी निकला शातिर अपराधी: हरियाणा के युवक को डिजिटल अरेस्ट में रखकर ठगे 77 लाख रुपये, जानिए कैसे हुआ खुलासा

इस मामले में हरियाणा और पंजाब से पहले ही तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की खास रिपोर्ट

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 23 May 2025, 4:09 PM IST
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मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिसमें एक स्पोर्ट्स कारोबारी को फरीदाबाद साइबर ठगी मामले में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी कारोबारी अंकित सोम पर आरोप है कि उन्होंने और उनके साथियों ने फरीदाबाद के एक व्यवसायी से "डिजिटल अरेस्ट" के नाम पर 77 लाख रुपये की ठगी की। इस मामले में हरियाणा और पंजाब से पहले ही तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मेरठ में फरीदाबाद साइबर थाना एनआईटी की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अंकित सोम को गिरफ्तार किया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, यह साइबर ठगी का मामला 22 अप्रैल को फरीदाबाद के नालंदा अपार्टमेंट में रहने वाले राजेंद्र शर्मा के साथ शुरू हुआ। उन्हें एक अनजान नंबर से वीडियो कॉल आई, जिसमें कॉल करने वाले युवक पुलिस की वर्दी में नजर आए। आरोपियों ने खुद को मुंबई पुलिस अधिकारी बताकर राजेंद्र शर्मा से कहा कि उनके आधार कार्ड का इस्तेमाल करके केनरा बैंक में खाता खोला गया है, जिसमें जेट एयरवेज के मालिक से की गई धोखाधड़ी की रकम जमा कराई गई है।

आरोपियों ने एक फर्जी वारंट का हवाला देकर उन्हें डराया और मामले से बचने के लिए तत्काल बड़ी रकम जमा करने का दबाव बनाया। डर और भ्रम की स्थिति में राजेंद्र शर्मा ने उनके बताए बैंक खातों में कुल 77 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। कुछ समय बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ। जिसके बाद उन्होंने साइबर क्राइम थाने में ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज कराई।

चार राज्यों से गिरफ्तारी, मेरठ में बड़ा खुलासा

जांच के दौरान साइबर क्राइम एनआईटी थाना फरीदाबाद की टीम ने हरियाणा और पंजाब के विभिन्न जिलों से तीन आरोपियों केशव (कैथल), सुरेंद्र (जिंद), और प्रवेश (जिरकपुर, पंजाब) को गिरफ्तार किया। पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि ठगी की राशि जिन खातों में भेजी गई। वे खाते मेरठ के चार लोगों से जुड़े हैं। मेरठ में पुलिस ने छापेमारी करते हुए स्पोर्ट्स कारोबारी अंकित सोम को गिरफ्तार किया। गुरुवार को उन्हें अदालत में पेश किया गया। जहां से पांच दिन का पुलिस रिमांड मंजूर हुआ। अब उनसे गहन पूछताछ की जा रही है।

साइबर अपराधियों की खतरनाक साजिश

इस घटना ने "डिजिटल अरेस्ट" जैसे नए साइबर क्राइम की गंभीरता को उजागर कर दिया है। जिसमें अपराधी पुलिस की वर्दी पहनकर वीडियो कॉल के जरिए लोगों को डरा-धमकाकर पैसे वसूल रहे हैं। यह मामला पूरे पश्चिम उत्तर प्रदेश और हरियाणा में साइबर सुरक्षा को लेकर नई बहस छेड़ रहा है।

फरीदाबाद पुलिस का बयान

फरीदाबाद पुलिस का कहना है कि अब तक गिरफ्तार चारों आरोपियों से पूछताछ जारी है और कई तकनीकी सुराग जुटाए जा चुके हैं। साइबर क्राइम टीम अन्य सहयोगियों की तलाश में है, जो इस नेटवर्क का हिस्सा हो सकते हैं। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि क्या इस रैकेट का लिंक अंतरराज्यीय गिरोहों या किसी विदेशी नेटवर्क से है।

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