

दिल्ली-देहरादून हाईवे पर एच एन जे होटल के संचालक ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
होटल संचालक ने दी जान
मेरठ: दिल्ली-देहरादून हाईवे पर स्थित गांव सकौती के सामने एच एन जे होटल के संचालक अनिल ने देर रात अपने कमरे में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची दौराला थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, होटल का संचालन खतौली क्षेत्र के गांव मंडोरा निवासी अनिल और उनके पार्टनर मोहित मिलकर करते थे। घटना वाली रात मोहित अपने घर खाना खाने के लिए गया था, जबकि अनिल होटल के एक कमरे में अकेले थे। देर रात जब मोहित वापस होटल लौटा तो उसने अनिल को फोन करने की कोशिश की, लेकिन अनिल ने कोई जवाब नहीं दिया। चिंतित होकर मोहित ने अनिल के कमरे का दरवाजा खटखटाया और आवाज दी, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। आखिरकार, मोहित ने कमरे का दरवाजा तोड़ दिया और अंदर का दृश्य देखकर स्तब्ध रह गया। अनिल का शव पंखे से लटका हुआ था।
आत्महत्या से पहले प्रेमिका से की थी बात
इसके बाद, मोहित ने तुरंत इसकी सूचना दौराला थाना पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी सुमन सिंह ने पुलिस टीम के साथ शव को उतारा और उसे मोर्चरी भेजने की व्यवस्था की। प्रारंभिक जांच में पता चला कि अनिल ने आत्महत्या करने से पहले अपनी प्रेमिका को वीडियो कॉल किया था। इसके बाद उसने यह आत्मघाती कदम उठाया। पुलिस ने अनिल के मोबाइल फोन को कब्जे में लिया है और उसकी कॉल डिटेल्स की जांच कर रही है ताकि आत्महत्या के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके।
स्थानीय लोगों के अनुसार, अनिल और मोहित, दोनों पार्टनर आपसी सहयोग से इसे संचालित करते थे। अनिल की आत्महत्या की खबर ने न केवल उनके परिवार, बल्कि होटल के कर्मचारियों और स्थानीय लोगों को भी सदमे में डाल दिया। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि अनिल ने यह कठोर कदम क्यों उठाया।
दौराला थाना प्रभारी सुमन सिंह ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। अनिल के परिवार वालों और उनकी प्रेमिका से पूछताछ की जाएगी। साथ ही, होटल के अन्य कर्मचारियों और आसपास के लोगों से भी जानकारी जुटाई जा रही है ताकि घटना के पीछे की सच्चाई सामने आ सके।