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जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने मंगलवार को साधन सहकारी समिति चीउरहा का निरीक्षण किया। उन्होंने उर्वरक वितरण, स्टॉक रजिस्टर और धान खरीद प्रक्रिया की बारीकी से जांच की। समिति पर यूरिया और डीएपी की बिक्री व उपलब्धता की स्थिति संतोषजनक पाई गई। केंद्र पर 1634.6 कुंतल धान की खरीद हो चुकी है।
धान खरीद का निरीक्षण करते डीएम
Maharajganj: महराजगंज जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने खरीफ विपणन वर्ष 2025–26 के अंतर्गत साधन सहकारी समिति चीउरहा में धान खरीद और उर्वरक वितरण की स्थिति का स्थलीय निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने सबसे पहले समिति पर उर्वरक बिक्री की व्यवस्था देखी। जिलाधिकारी ने स्टॉक रजिस्टर की जांच की और प्रभारी से उपलब्ध स्टॉक एवं बिक्री के आंकड़े जाने। जानकारी के अनुसार अब तक कुल 1404 बोरी यूरिया की बिक्री की जा चुकी है, जबकि 656 बोरी यूरिया समिति में उपलब्ध है। इसी प्रकार डीएपी की 2133 बोरी बिक्री के बाद 17 बोरी स्टॉक में मौजूद पाई गई। जिलाधिकारी ने स्टॉक का भौतिक सत्यापन भी कराया।
उर्वरक लेने पहुंचे किसान अदालत और रामप्रताप से जिलाधिकारी ने संवाद कर पूछा कि उन्हें खाद प्राप्त करने में कोई दिक्कत तो नहीं हुई। दोनों किसानों ने उर्वरक वितरण पर संतोष व्यक्त किया। जिलाधिकारी ने उनसे फॉर्मर रजिस्ट्री और सदस्यता कार्ड की जानकारी भी ली। उन्होंने किसानों से फार्मर आईडी बनवाने और अन्य किसानों को भी इसके लिए प्रेरित करने की अपील की।
निरीक्षण के दौरान केंद्रीय उपभोक्ता सहकारी भंडार के प्रभारी विनोद कुमार यादव ने बताया कि अब तक 75 किसानों से कुल 1634.6 कुंतल धान की खरीद की जा चुकी है, जबकि लक्ष्य 20 हजार कुंतल निर्धारित है। मौके पर किसान शिवम पटेल के धान की तौल प्रक्रिया जारी थी। जिलाधिकारी ने धान की नमी की जांच कराई, जिसमें 14.6 प्रतिशत नमी पाई गई, जो अनुमन्य सीमा 17 प्रतिशत से कम थी।
जिलाधिकारी ने धान प्रेषण की जानकारी ली। पीसीयू के जिला प्रबंधक ने बताया कि फोर्टीफाइड चावल उपलब्ध न होने के कारण मिलर्स द्वारा अग्रिम लॉट नहीं भेजा गया है, जिसके चलते केंद्र से धान का प्रेषण लंबित है। इस पर जिलाधिकारी ने मिलर्स से समन्वय स्थापित कर अग्रिम लॉट जल्द उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने सभी क्रय केंद्रों पर कर्मचारियों और अधिकारियों के नाम व मोबाइल नंबर स्पष्ट रूप से अंकित करने का निर्देश दिया। साथ ही, खरीदे गए धान के सुरक्षित भंडारण, सीमांत किसानों से अधिक धान खरीदने और क्रय नीति के सभी प्रावधानों का अनुपालन करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और पारदर्शी व्यवस्था के साथ गुणवत्तायुक्त धान की खरीद सुनिश्चित की जाए।
निरीक्षण के दौरान जिला सूचना अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका तथा पीसीयू के जिला प्रबंधक उपस्थित रहे।