हिंदी
कानपुर पुलिस ने एक ऐसी लुटेरी दुल्हन को गिरफ्तार किया है, जिसने शादी और प्रेम-प्रसंग का जाल बिछाकर अब तक 14 से ज्यादा लोगों से करोड़ों रुपए ऐंठे। बैंक मैनेजरों से लेकर दरोगाओं तक हर कोई उसके ठगी जाल में फंसता गया। गिरफ्तार महिला दिव्यांशी चौधरी पर कई फर्जी रेप केस, ब्लैकमेलिंग और करोड़ों के ट्रांजैक्शन का आरोप है।
लुटेरी दुल्हन दिव्यांशी चौधरी
Kanpur: कानपुर में पुलिस ने ऐसी लुटेरी दुल्हन को गिरफ्तार किया, जिसने खूबसूरती और शादी का झांसा देकर अब तक 14 से अधिक लोगों को अपने जाल में फंसाया। बैंक मैनेजरों से लेकर दरोगाओं तक कई लोग उसके ठगी नेटवर्क का शिकार हुए। गिरफ्तार महिला का नाम है दिव्यांशी चौधरी, जिसकी कहानी फिल्मी प्लॉट से कम नहीं लगती, लेकिन इसके पीछे लोगों की बर्बाद जिंदगी छिपी है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि दिव्यांशी पहले किसी पुरुष से नजदीकियां बढ़ाती, फिर शारीरिक संबंध बनाती और उसके बाद फर्जी रेप केस दर्ज कराकर मोटी रकम वसूलती थी। वह अब तक दो बैंक मैनेजरों से शादी कर चुकी है और दोनों पर रेप केस कर चुकी है। बाद में कोर्ट में बयान बदलकर मामलों को कमजोर कर दिया।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर बड़ा हादसा: पिता रोता रहा और बेटे का कट गया सिर, सड़क पर पड़ी रही लाशें
इसके बाद दिव्यांशी ने अपना निशाना पुलिसकर्मियों पर साधा। उसने मेरठ में तैनात एक दरोगा से शादी की, फिर कुछ महीने बाद उस पर भी फर्जी रेप केस कर दिया। लेकिन उसका खेल तब बिगड़ गया, जब कानपुर के ग्वालटोली थाने में तैनात सब-इंस्पेक्टर आदित्य कुमार लोचव उसकी ठगी के खिलाफ खुलकर सामने आ गए।
बुलंदशहर के बीबीनगर निवासी 2019 बैच के सब-इंस्पेक्टर आदित्य को रिश्ते के ताऊ ने दिव्यांशी का रिश्ता बताया था। दहेज में स्कॉर्पियो, जेवर और धूमधाम से शादी की पेशकश हुई। लड़की मेरठ के मवाना की रहने वाली और खूबसूरत थी, इसलिए 17 फरवरी 2024 को दोनों की शादी हो गई।
शादी के बाद आदित्य को दिव्यांशी पर शक होना शुरू हुआ। वह हमेशा बीएड और सीटीईटी की तैयारी का बहाना बनाकर मायके में रहती। घर आने पर वह अपने फोन से Google Pay, PhonePe जैसे ऐप डिलीट कर देती। आदित्य ड्यूटी पर होता तो वह उससे ऑनलाइन पैसे मांगती रहती। एक दिन जब आदित्य ने उसका फोन चेक किया तो 10 से ज्यादा खातों में करोड़ों के लेनदेन का इतिहास मिला। पूछताछ पर दिव्यांशी झगड़ा कर मायके चली गई।
25 नवंबर को दिव्यांशी पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंची और अपने पति आदित्य पर प्रताड़ना, 14.50 लाख की धोखाधड़ी और कई महिलाओं से संबंध होने के आरोप लगा दिए। उसने ब्लैकमेलिंग के गंभीर आरोप भी लगाए। मामला बढ़ता देखकर पुलिस कमिश्नर ने तत्काल जांच बैठाई। जांच में दरोगा आदित्य ने सैकड़ों साक्ष्य प्रस्तुत किए, जिनसे पता चला कि दिव्यांशी एक संगठित ब्लैकमेलिंग गैंग चलाती है। उसके करीब 10 बैंक खाते हैं जिनमें करोड़ों का हेरफेर हुआ है। हैरानी की बात यह कि उसके गैंग में कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल मिले। यही पुलिसकर्मी आदित्य पर समझौते का दबाव बना रहे थे।
जांच में सामने आया कि दिव्यांशी के खातों से मेरठ में तैनात रहे दरोगा, इंस्पेक्टर और सीओ स्तर के अधिकारियों के खातों में करोड़ों रुपए गए हैं। यह संकेत मिलता है कि यह सिर्फ एक ठग दुल्हन का नहीं बल्कि एक बड़ा गिरोह है।
पुलिस के मुताबिक दिव्यांशी ने पहले भी 3 सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ रेप केस कराए, जिनमें बाद में समझौते हो गए। इसके अलावा कई लोगों पर झूठी एफआईआर कराई गई, जिन पर फाइनल रिपोर्ट लग चुकी है।