युद्ध होता तो पांच राज्यों में जासूसी करता नोमान, रिमांड में खोले काले राज

भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात में पाक के लिए नोमान ने जासूसी बढ़ा दी थी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Rohit Goyal
Updated : 19 May 2025, 8:26 PM IST
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शामली: ऑपरेशन सिंदूर के बाद से ही भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात में पाक के लिए शामली से पकड़े गए नोमान ने जासूसी बढ़ा दी थी। उसने एक सप्ताह में पांच राज्यों का भ्रमण किया और आइएसआइ की ओर से दिए गए टास्क को तय समय पर पूरा कर कमाई की।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पूछताछ में यह भी सामने आया कि नोमान को चार राज्यों में अपने एजेंट तय कर जासूसी करने की जिम्मेदारी दी गई थी। उसे राजस्थान के जैसलमेर और सेना की गतिविधि की जानकारी फोटो सहित भेजनी थी। हालांकि इससे पहले ही पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया।

ISI कमांडर के लिए काम कर रहा था जासूस नोमान

पाकिस्तान में बैठे आइएसआइ कमांडरों ने कई युवाओं को अपने झांसे में लेकर उनका ब्रेनवाश कर रखा है, जिससे वह युद्ध के दौरान भारत में रहते हुए भी पाकिस्तान के लिए कार्य कर सकें। इनमें ही एक नाम नोमान का है, जो कैराना का निवासी है। वह आइएसआइ के कमांडर कैराना निवासी इकबाल काना का एजेंट है।

14 मई को पानीपत की सीआइए टीम ने नोमान को पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया था। देश की सुरक्षा से मामला जुड़ा होने के कारण आरोपित को सात दिनों के रिमांड पर लिया गया था। पांचवें दिन पूछताछ में नोमान ने कई राज खोले हैं।

नोमान को मिली थी पांच राज्यों की जिम्मेदारी

विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार नोमान ने पूछताछ में बताया कि उसको आपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात बनने के बाद पांच राज्यों की जिम्मेदारी दी गई थी। नोमान रहता पानीपत में था, लेकिन दुश्मन देश पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच वह एक सप्ताह में यूपी हरियाणा के अलावा दो बार दिल्ली और एक बार राजस्थान भी गया था।

नोमान ने दिल्ली, राजस्थान, पंजाब में भी रुपयों और हथियारों के लालच में कुछ युवकों को अपने साथ जोड़ रखा है, जिनसे वह दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन, राजस्थान के उदयपुर, जयपुर जैसे रेलवे स्टेशन की जानकारी लेता था। इसके बदले उनके खातों में रुपये भी भिजवाए जाते है।

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