

गोरखपुर जनपद की हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत कुचडेहरी में बुधवार को जो घटा, वह सिर्फ एक दुखद समाचार नहीं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
मृतक
गोरखपुर: जनपद की एक ऐसी घटना जिसने सभी को झकझोर के रख दिया, हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत कुचडेहरी में बुधवार को जो घटा, वह सिर्फ एक दुखद समाचार नहीं, बल्कि इंसानी रिश्तों की वो टूटन है, जो किसी भी संवेदनशील दिल को झकझोर देने के लिए काफी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार 18 वर्षीय मोहित कन्नौजिया जिसने बचपन में पिता को खोया, मुंबई की गलियों में मेहनत की रोटियां जुटाईं, मां और बहन को अपना सब कुछ माना, लेकिन अचानक फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली जिसका दुख परिवार सह ना सका।
खबर जब घर पहुंची, तो मां कौशिल्या देवी और बहन सुप्रिया की चीखें गांव के कोने-कोने तक गूंज उठीं। पर वो चीखें दुख को सह नहीं सकीं। दर्द इतना गहरा था कि दोनों ने आवेश में आकर जहरीला पदार्थ पी लिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इलाज के लिए उन्हें अस्पताल ले जाया गया, मगर कुदरत ने जैसे पहले से फैसला कर लिया था। देर रात अस्पताल में दोनों ने भी दम तोड़ दिया। एक ही रात में एक परिवार के तीन दीपक बुझ गए।
अब न आंगन में चूल्हा जलेगा, न किसी खिड़की से आवाज़ आएगी। गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा है, हर चेहरा सवालों से भरा है कि आख़िर मोहित ने ऐसा क्यों किया?
जिस मां ने बेटे को सीने से लगाकर पाला, जिसने हर दुख सहकर उसे बड़ा किया, वो उसके जाने की खबर सुनकर खुद भी साथ चली गई। वो बहन, जिसने भाई के बिना कुछ न मांगा, उसे खोकर खुद भी जीवन त्याग दिया।
गांव वालों की आंखें नम हैं, और दिलों में एक ही बात गूंज रही है “ऐसी भी कोई तड़प होती है, जो पूरा घर निगल जाए?”
पुलिस जांच में जुटी है, पर जवाब अब शायद ख़ामोशी में ही दफ्न हैं।
कभी इस घर में हंसी गूंजती थी, आज वहां सिर्फ सन्नाटा है। कभी मां की ममता थी, बहन की हँसी थी, बेटे की उम्मीद थी आज वहां सिर्फ राख बची है।