गोरखपुर: खजनी के उसवा बाबू विद्यालय में शर्मनाक झड़प, जानें क्या है पूरा मामला

गोरखपुर जनपद के खजनी क्षेत्र अंतर्गत उसवा बाबू स्थित एक परिषदीय विद्यालय में रसोइया और प्रधानाध्यापिका के बीच हुई झड़प और कथित “मल युद्ध” का वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। सोशल मीडिया पर वीडियो के प्रसार के बाद गुरुवार को खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) सावन दुबे विद्यालय प्रांगण पहुंचे और पूरे मामले की स्थलीय जांच की।

Gorakhpur: गोरखपुर जनपद के खजनी क्षेत्र अंतर्गत उसवा बाबू स्थित एक परिषदीय विद्यालय में रसोइया और प्रधानाध्यापिका के बीच हुई झड़प और कथित “मल युद्ध” का वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। सोशल मीडिया पर वीडियो के प्रसार के बाद गुरुवार को खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) सावन दुबे विद्यालय प्रांगण पहुंचे और पूरे मामले की स्थलीय जांच की।

क्या है पूरा मामला 

बीईओ सावन दुबे ने विद्यालय पहुंचकर रसोइया, प्रधानाध्यापिका रीता आर्या सहित संबंधित कर्मचारियों से अलग-अलग पूछताछ की। जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि दोनों पक्षों के बीच लंबे समय से आपसी तालमेल की कमी थी और गुरुवार को अचानक बढ़े तनाव ने विवाद को हिंसक रूप दे दिया। हालांकि जांच में शामिल किसी भी पक्ष के जवाब पूरी तरह संतोषजनक नहीं पाए गए।

रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय

बीईओ ने सभी के बयान दर्ज कर लिए हैं और जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजे जाने की बात कही है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। फिलहाल विद्यालय प्रशासन को भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा न होने देने की सख्त चेतावनी दी गई है।

इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज मनोज गुप्ता को बड़ी जिम्मेदारी, उत्तराखंड के होंगे नए चीफ जस्टिस

जांच के दौरान बच्चों से भी पूछताछ किए जाने की जानकारी सामने आई है, ताकि घटना के वास्तविक कारणों को समझा जा सके। शिक्षा विभाग का दावा है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।

वहीं प्रधानाध्यापिका रीता आर्या ने जांच प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा निष्पक्ष जांच नहीं की गई। उनका कहना है कि रसोइया के परिवार से पूछताछ कर एकतरफा ढंग से उनका पक्ष मजबूत किया जा रहा है, जबकि उनके पक्ष को नजरअंदाज किया जा रहा है। रीता आर्या ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें पद से हटाने की चेतावनी दी जा रही है, जिससे जांच की मंशा पर संदेह पैदा होता है।

Maharajganj News: तन्मय मोदी की शुभम हीरो एजेंसी पर तीसरे दिन भी इनकम टैक्स की छापेमारी, 60 घंटे से ज्यादा चली कार्रवाई

प्रधानाध्यापिका का कहना है कि यह मामला केवल आपसी विवाद नहीं, बल्कि विद्यालय की गरिमा और अनुशासन से जुड़ा है। यदि निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो गलत संदेश जाएगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को बढ़ावा मिलेगा। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह गंभीर मामला जांच के बाद फाइलों में दब जाएगा या शिक्षा विभाग सख्त रुख अपनाते हुए दोषियों पर ठोस कार्रवाई करेगा। वायरल वीडियो के बाद शिक्षा व्यवस्था की छवि दांव पर है और पूरे जनपद की नजर उच्चाधिकारियों के फैसले पर टिकी हुई है।

Location : 
  • Gorakhpur

Published : 
  • 18 December 2025, 9:06 PM IST