हिंदी
जनपद में लगातार पड़ रही कड़ाके की ठंड, घने कोहरे और शीतलहर को देखते हुए जिला प्रशासन ने छात्रों की सुरक्षा को लेकर बड़ा और अहम निर्णय लिया है। जिलाधिकारी दीपक मीणा के निर्देश पर गोरखपुर जनपद के सभी विद्यालयों एवं कोचिंग संस्थानों के संचालन समय में तत्काल प्रभाव से बदलाव कर दिया गया है।
शीतलहर के बीच डीएम का बड़ा फैसला
Gorakhpur: जनपद में लगातार पड़ रही कड़ाके की ठंड, घने कोहरे और शीतलहर को देखते हुए जिला प्रशासन ने छात्रों की सुरक्षा को लेकर बड़ा और अहम निर्णय लिया है। जिलाधिकारी दीपक मीणा के निर्देश पर गोरखपुर जनपद के सभी विद्यालयों एवं कोचिंग संस्थानों के संचालन समय में तत्काल प्रभाव से बदलाव कर दिया गया है। अब कक्षा 1 से 12 तक के सभी शिक्षण संस्थान प्रातः 10:00 बजे से अपराह्न 3:00 बजे तक ही संचालित होंगे।
जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश के अनुसार यह व्यवस्था बेसिक शिक्षा परिषद, सीबीएसई, आईसीएसई, उत्तर प्रदेश बोर्ड, संस्कृत बोर्ड, मदरसा बोर्ड से मान्यता प्राप्त सभी विद्यालयों के साथ-साथ जनपद में संचालित समस्त कोचिंग संस्थानों पर भी लागू होगी। यह आदेश अगले निर्देश तक प्रभावी रहेगा।
डीएम दीपक मीणा ने कहा कि वर्तमान मौसम परिस्थितियों में सुबह के समय घना कोहरा और अत्यधिक ठंड बच्चों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन सकती है। खासकर छोटे बच्चों और किशोर छात्रों को सुबह-सुबह विद्यालय पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सड़क पर दृश्यता कम होने के कारण दुर्घटनाओं की आशंका भी बनी रहती है। इन्हीं सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
रायबरेली: SIR अभियान को लेकर सपा की समीक्षा बैठक, जिला अध्यक्ष ने लगाया ये बड़ा आरोप
जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों, विद्यालय प्रबंधन समितियों और कोचिंग संचालकों को निर्देश दिए हैं कि आदेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि कोई भी विद्यालय या कोचिंग संस्थान निर्धारित समय का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसके विरुद्ध नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने विद्यालय प्रबंधन को निर्देशित किया है कि छात्रों को ठंड से बचाने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। बच्चों को लंबे समय तक खुले वातावरण में न रोका जाए और कक्षाओं में पर्याप्त सावधानी बरती जाए।
प्रशासन की ओर से अभिभावकों से भी अपील की गई है कि वे अपने बच्चों को मौसम के अनुरूप गर्म कपड़े पहनाकर ही विद्यालय भेजें। यदि किसी बच्चे को सर्दी, बुखार या अन्य कोई स्वास्थ्य समस्या महसूस हो, तो उसकी जानकारी विद्यालय प्रशासन को अवश्य दें।
गोरखपुर में ऑपरेशन कनविक्शन की बड़ी सफलता, 2009 के नकली नोट केस में दो आरोपियों को कठोर सजा
जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि मौसम की स्थिति पर जिला प्रशासन की लगातार नजर बनी हुई है। यदि शीतलहर और कोहरे की स्थिति और अधिक गंभीर होती है, तो छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आगे और भी आवश्यक निर्णय लिए जा सकते हैं।
प्रशासन के इस फैसले से जिले भर के अभिभावकों और छात्रों ने राहत की सांस ली है। ठंड के इस मौसम में समय परिवर्तन का यह आदेश छात्रों की सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।