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कड़ाके की ठंड और शीतलहर के मद्देनज़र जिले के सरकारी अस्पतालों में मरीजों व उनके परिजनों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है। ठंड के मौसम में मरीजों की सुविधा और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। पढिए पूरी खबर
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
गोरखपुर: कड़ाके की ठंड और शीतलहर के मद्देनज़र जिले के सरकारी अस्पतालों में मरीजों व उनके परिजनों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. राजेश झा ने जिले के सभी प्रमुख सरकारी अस्पतालों को स्पष्ट निर्देश जारी करते हुए कहा है कि ठंड के मौसम में मरीजों की सुविधा और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
परिजन को ठंड के कारण असुविधा नहीं...
इसी क्रम में गुरुवार को सीएमओ डॉ. राजेश झा ने जिला महिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उनके साथ प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जय कुमार भी मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान सीएमओ ने अस्पताल परिसर में अलाव की व्यवस्था, रैन बसेरे, वार्डों की साफ-सफाई, प्रसव कक्ष और नवजात शिशुओं के लिए किए गए ठंड से बचाव के इंतजामों का बारीकी से जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिया कि अस्पताल आने वाले किसी भी मरीज या उसके परिजन को ठंड के कारण असुविधा नहीं होनी चाहिए।
भीड़भाड़ वाले अस्पतालों में विशेष रूप से ठंड
सीएमओ ने बताया कि सहजनवां और पिपराइच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) जैसे अधिक भीड़भाड़ वाले अस्पतालों में विशेष रूप से ठंड से बचाव के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं। परिजनों के लिए रैन बसेरे, कंबल, अलाव और बैठने की समुचित व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए। साथ ही अस्पताल स्टाफ को निर्देशित किया गया है कि वे मरीजों और उनके परिजनों को ठंड से बचाव के उपायों की जानकारी भी दें।
ठंड से बचाने के सभी आवश्यक उपाय
संस्थागत प्रसव को लेकर सीएमओ ने विशेष निर्देश देते हुए कहा कि प्रसव कक्ष में नवजात शिशुओं को ठंड से बचाने के सभी आवश्यक उपाय अपनाए जाएं और उनके अभिभावकों को भी इसकी जानकारी दी जाए। गर्भवती महिलाओं और जच्चा-बच्चा को 102 नंबर एम्बुलेंस सेवा के माध्यम से ही अस्पताल आने के लिए प्रेरित करने पर जोर दिया गया है, ताकि ठंड में अनावश्यक जोखिम से बचा जा सके।
व्यवस्थाओं का निरीक्षण
इसके अलावा सभी सरकारी अस्पतालों को नगर निकायों और ग्राम पंचायतों के साथ समन्वय स्थापित कर अस्पतालों के आसपास अलाव की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए गए हैं। सीएमओ ने अपने सहयोगी अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि वे समय-समय पर रात्रिकालीन भ्रमण कर ठंड से बचाव की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें और किसी भी कमी को तत्काल दूर कराएं। स्वास्थ्य विभाग की इस सक्रियता से जिले में ठंड के दौरान मरीजों और उनके परिजनों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।