

साइबर सेल टीम ने एक बार फिर डिजिटल अपराधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए ऑनलाइन धोखाधड़ी के शिकार पीड़ित को उसकी पूरी रकम वापस दिलाकर मिसाल कायम की है। कुल 6,61,963 रुपये की धनराशि, जो विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन फ्रॉड के जरिए हड़पी गई थी, साइबर सेल की त्वरित और प्रभावी कार्यवाही से आवेदक के खाते में वापस जमा करा दी गई।
पुलिस ने दिलाए पैसे वापस
Gorakhpur: जनपद गोरखपुर की साइबर सेल टीम ने एक बार फिर डिजिटल अपराधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए ऑनलाइन धोखाधड़ी के शिकार पीड़ित को उसकी पूरी रकम वापस दिलाकर मिसाल कायम की है। कुल 6,61,963 रुपये की धनराशि, जो विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन फ्रॉड के जरिए हड़पी गई थी, साइबर सेल की त्वरित और प्रभावी कार्यवाही से आवेदक के खाते में वापस जमा करा दी गई।
जानकारी के अनुसार पीड़ित व्यक्ति से अलग-अलग माध्यमों से धोखाधड़ी कर रुपये ऐंठे गए थे। इनमें क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के नाम पर 49,000 रुपये, फोन पे के जरिए गलत खाते में ट्रांसफर हुए 15,000 रुपये, निवेश के नाम पर 4,93,000 रुपये, क्रेडिट कार्ड से झांसे में आकर 94,963 रुपये तथा एपीके फाइल डाउनलोड कराने के बहाने 10,000 रुपये शामिल थे। सभी प्रकरणों में साइबर सेल की टीम ने तत्परता दिखाते हुए राशि को शत-प्रतिशत वापस कराया।
इस सफलता के पीछे साइबर सेल की समर्पित टीम का योगदान रहा, जिसमें प्रभारी निरीक्षक संदीप सिंह, मुख्य आरक्षी शशि शंकर राय, शशिकांत जायसवाल, प्रद्युम्न जायसवाल और आरक्षी पंकज कुमार गुप्ता शामिल रहे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नय्यर के निर्देशन और पुलिस अधीक्षक नगर अभिनव त्यागी व अपराध के पर्यवेक्षण में टीम ने तेजी से काम कर पीड़ित को राहत पहुंचाई।
साइबर अपराध से बचाव के लिए पुलिस ने आमजन को महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। इनमें टेलीग्राम, व्हाट्सएप या इंस्टाग्राम पर “टास्क पूरा कर पैसे कमाएं” जैसे लुभावने संदेशों से सावधान रहने, बिटकॉइन/क्रिप्टो करेंसी में ऊंचे मुनाफे के लालच में न फंसने, गूगल पर कस्टमर केयर नंबर खोजते समय सतर्क रहने और केवल अधिकृत वेबसाइट से ही संपर्क करने की सलाह दी गई। साथ ही अनधिकृत लोन एप डाउनलोड करने से बचने की चेतावनी दी गई, क्योंकि ऐसे एप निजी डाटा का दुरुपयोग कर ब्लैकमेलिंग कर सकते हैं।
पुलिस ने अपील की है कि किसी भी तरह की साइबर धोखाधड़ी का शिकार होने पर तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930, वेबसाइट www.cybercrime.gov.in या नजदीकी थाने में शिकायत करें।गोरखपुर साइबर सेल की इस कार्रवाई ने न केवल पीड़ित को आर्थिक राहत दिलाई बल्कि आम जनता में यह भरोसा भी जगाया है कि समय पर सही कदम उठाने से डिजिटल अपराधियों से बचाव संभव है।के