हिंदी
आगरा के हिस्ट्रीशीटर और पूर्व फौजी हुसन सिंह ने पुलिस से बचने के लिए खुद की हत्या का ड्रामा रचा। दूसरे व्यक्ति की हत्या कर शव जलाया और पास में अपना आईडी डाल दिया। वर्षों बाद एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार किया, मध्यप्रदेश पुलिस हत्या मामले में ले गई।
आरोपी पुलिस की गिरफ्त में
Agra: अपराध की दुनिया में कई घटनाएं अपनी शातिर योजना के कारण हैरान करती हैं, लेकिन आगरा के रहने वाले एक पूर्व फौजी की चालबाजी पुलिस को भी चकित कर गई। पुलिस से बचने के लिए उसने अपनी ही मौत का ड्रामा रच दिया। किसी दूसरे व्यक्ति की हत्या कर उसका शव जला दिया और पास में अपना पहचान पत्र फेंक दिया ताकि पुलिस को लगे कि उसकी हत्या हो गई है। करीब तीन साल तक वह कानून की पकड़ से बचा रहा, लेकिन अंततः एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया। अब मध्यप्रदेश पुलिस उसे हत्या के मुकदमे में अपने साथ ले गई है।
30 हजार रुपए का इनाम घोषित
एसटीएफ निरीक्षक यतींद्र शर्मा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि अछनेरा क्षेत्र के कचौरा गांव के रहने वाले हुसन सिंह उर्फ फौजी पर मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिला पुलिस ने 30 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। इतना ही नहीं, वह थाना अछनेरा का सक्रिय हिस्ट्रीशीटर भी है। गुरुवार को सूचना मिली कि हुसन सिंह रायभा मंदिर के पास देखा गया है। इस पर एसटीएफ की टीम मौके पर पहुंच गई और बिना किसी प्रतिरोध के उसे गिरफ्तार कर लिया।
जिम्मेदारी से बचने का खेल: शव फेंकते पकड़े गए दरोगा और कॉन्स्टेबल, मेरठ एसएसपी ने किया सस्पेंड
आगरा, मध्यप्रदेश और राजस्थान में कई मुकदमे दर्ज
सूचना मिलते ही बुरहानपुर पुलिस की टीम भी आगरा पहुंच गई। पूछताछ में आरोपी ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उसने बताया कि वर्ष 2007 में वह भारतीय सेना में भर्ती हुआ था, लेकिन वर्ष 2013 में उसे सेवा से मुक्त कर दिया गया। सेना से बाहर आने के बाद वह लगातार आपराधिक गतिविधियों में शामिल होता गया और उसके खिलाफ आगरा, मध्यप्रदेश और राजस्थान में कई मुकदमे दर्ज होने लगे।
पुलिस से बचने के लिए दूसरे की हत्या
सबसे बड़ा खुलासा तब हुआ जब उसने स्वीकार किया कि उसने बुरहानपुर में नीलेश नाम के युवक की हत्या की थी। हत्या के बाद उसके शव को जला दिया ताकि पहचान न हो सके। वहीं, मृतक के पास उसने अपना आईडी कार्ड और अन्य सामान रख दिया। इससे पुलिस को यह भ्रम हो जाए कि जिसकी हत्या हुई है वह हुसन सिंह है और इस तरह उसका नाम रिकॉर्ड से हट जाएगा।
अखिलेश यादव ने कफ सीरप कांड में योगी सरकार को घेरा: कहा- अब घर तोड़ने वाला वाहन कहां गायब हो गया?
वारदात के बाद मुंबई भाग गया
उसने बताया कि वह चाहता था कि पुलिस उसकी फाइल बंद कर दे ताकि वह बिना डर के आगे आपराधिक काम जारी रख सके। हत्या के बाद वह तुरंत मुंबई भाग गया और वहीं छिपा रहा। इस दौरान वह समय-समय पर गांव लौटता भी रहा, लेकिन पहचान से बचने की कोशिश करता रहा।
कई धाराओं में मुकदमा दर्ज
एसटीएफ की जांच में पता चला कि हुसन सिंह के खिलाफ अछनेरा, बुरहानपुर, भरतपुर और अन्य जिलों में आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट, डकैती, हत्या, मारपीट और जान से मारने की धमकी जैसे गंभीर मामलों में कुल आठ एफआईआर दर्ज हैं। वर्ष 2020 में भी उसके खिलाफ अछनेरा थाने में मारपीट और धमकी का मामला दर्ज किया गया था।
अब जाकर हुआ गिरफ्तार
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को अछनेरा थाने में दाखिल किया गया, जहां औपचारिकताएं पूरी करने के बाद मध्यप्रदेश पुलिस की टीम उसे अपने साथ ले गई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह मामला न सिर्फ हत्या, बल्कि पहचान छिपाने की अत्यंत सोची-समझी आपराधिक साज़िश का उदाहरण है। इस तरह के अपराधी समाज के लिए अत्यंत खतरनाक हैं, क्योंकि ये पकड़े न जाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। आरोपी को अब बुरहानपुर में हत्या के मुकदमे में कड़ी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।