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उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में ओवरलोड खनन वाहनों के खिलाफ पुलिस और प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है। पुलिस अधीक्षक ने विशेष अभियान चलाते हुए 42 भारी वाहनों पर 2 लाख 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया, जबकि दो ट्रकों को दस्तावेज न होने पर सीज कर दिया।
फतेहपुर में खनन माफियाओं पर एक्शन
Fatehpur: जिले में ओवरलोड खनन वाहनों के खिलाफ पुलिस और प्रशासन ने संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह के निर्देश पर गठित टास्कफोर्स टीम ने विशेष अभियान चलाते हुए 42 भारी वाहनों पर 2 लाख 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया, जबकि दो ट्रकों को दस्तावेज न होने पर सीज कर दिया गया।
पुलिस द्वारा चलाए गए यह अभियान जिले भर में मोराम और गिट्टी ढोने वाले ओवरलोड ट्रकों, अवैध परिवहन और बिना वैध कागजात चल रहे वाहनों के खिलाफ चलाया गया। कार्रवाई देर रात से भोर तक जारी रही।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभियान का उद्देश्य ओवरलोडिंग पर रोक लगाना और खनन से जुड़ी अनियमितताओं पर नियंत्रण करना है। उन्होंने पुष्टि की कि टास्कफोर्स ने बिना कागजात, ओवरलोड और अवैध रूप से चल रहे ट्रकों पर कार्रवाई की है।
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अभियान का नेतृत्व एडीएम अवनीश त्रिपाठी और अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र पाल सिंह ने किया। यह कार्रवाई लखनऊ एसटीएफ द्वारा दो दिन पहले की गई छापेमारी के बाद तेज की गई, जिसमें ओवरलोड ट्रकों के पास कराने वाले नेटवर्क का खुलासा हुआ था। एसटीएफ ने थरियांव थाना क्षेत्र में आरटीओ ड्राइवर, एक अज्ञात खनन अधिकारी, उसका गनर और तीन लोकेटर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था, जिनमें से दो को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इसी बीच नवंबर को यातायात माह के रूप में मनाया जा रहा है। जिले में ट्रैफिक नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चल रहा है और नियम तोड़ने वालों पर लगातार कार्रवाई भी की जा रही है।
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प्रशासन का कहना है कि ओवरलोडिंग न केवल सड़क संरचना को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि हादसों की आशंका भी बढ़ाती है। इसलिए ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
यह अभियान नवंबर माह में मनाए जा रहे यातायात माह के तहत भी महत्वपूर्ण है। इस दौरान ट्रैफिक नियमों की जानकारी के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है, ताकि सड़क हादसों में कमी लाई जा सके। नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है।