हापुड़ में बिजली संकट पर राकेश टिकैत की सेना का हंगामा, अधिकारियों ने दिया आश्वासन, नेता बोले- नहीं सुधरी हालात तो फिर होगा आंदोलन

करीब दस दिन पहले आई बारिश और तूफान ने हापुड़ जनपद के कई ग्रामीण इलाकों में भारी तबाही मचाई थी। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की खास रिपोर्ट

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 28 May 2025, 6:13 PM IST
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हापुड़: जिले के वझीलपुर गांव स्थित बिजली घर पर बुधवार को भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के बैनर तले सैकड़ों ग्रामीणों और किसानों ने जोरदार धरना प्रदर्शन किया। किसानों की मांग थी कि तेज बारिश और आंधी से क्षतिग्रस्त बिजली खंभों और तारों को जल्द से जल्द दुरुस्त कर विद्युत आपूर्ति बहाल की जाए। आंदोलन के बाद ऊर्जा निगम के अधिकारियों के आश्वासन पर धरना समाप्त कर दिया गया, लेकिन किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि दो दिनों के भीतर बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हुई तो वे फिर से बड़ा आंदोलन करेंगे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, करीब दस दिन पहले आई बारिश और तूफान ने हापुड़ जनपद के कई ग्रामीण इलाकों में भारी तबाही मचाई थी। वझीलपुर बिजली घर के अधीन आने वाले गांवों दौयमी, धनौरा, वझीलपुर, खड़खड़ी, असरा, मुरादपुर निजामसर, श्मामपुर, रजपुरा, पीरनगर, सूदना आदि में बिजली के खंभे टूट गए, तारें गिर गई और विद्युत आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। इससे सबसे ज्यादा असर कृषि कार्यों और धान की पौध रोपाई पर पड़ा। पशुओं को पीने के लिए पानी नहीं, खेतों में बुआई हो चुकी फसल को सिंचाई नहीं मिल रही, जिससे किसानों में भारी आक्रोश है।

धरना स्थल पर पहुंचा प्रशासनिक अमला

धरने की सूचना पर ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता आशीष कौशल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत कर समस्या का समाधान शीघ्र कराने का आश्वासन दिया। किसानों ने अधिकारियों को चेताया कि अगर जल्द बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हुई तो वे बड़े आंदोलन की ओर बढ़ेंगे। भाकियू टिकैत के पदाधिकारी ज्ञानेश्वर त्यागी और ज्ञानेंद्र त्यागी ने कहा, "किसानों की आर्थिक स्थिति पहले से ही कमजोर है। खेती पर निर्भर किसान जब बिजली जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित होगा, तो उसकी रोजी-रोटी पर संकट आ जाएगा।"

दो दिन में समाधान का आश्वासन

अधिशासी अभियंता आशीष कौशल ने किसानों को आश्वासन दिया कि क्षतिग्रस्त लाइन और खंभों की मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है। दो दिनों के भीतर बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। इसके बाद किसानों ने भाकियू नेतृत्व की सहमति से धरना समाप्त कर दिया, लेकिन उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि यदि दो दिन में बिजली नहीं आई, तो वह ऊर्जा निगम के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे।

धरने में ये किसान रहे शामिल

धरने में धर्मबीर त्यागी, बबलू प्रधान, सचिन त्यागी, निर्दोष कुमार, मुकेश त्यागी, जुगमेंद्र सिंह, मनवीर चौधरी, श्यामकिशोर त्यागी, हिमांशु गुर्जर, डॉक्टर मनजीत, मंयक चौधरी, विपिन त्यागी, कुलदीप राठी, विकास और दीपक त्यागी सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।

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