

समाधान दिवस के अवसर पर 26 जुलाई को डीआईजी गोरखपुर यश चन्नाप्पा ने रुद्रपुर कोतवाली का औचक निरीक्षण किया। महिला डेस्क, अपराध रजिस्टर, कंप्यूटर कक्ष सहित थाना की तमाम व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया गया। साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर भी जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए।
थाना रुद्रपुर
Deoria: गोरखपुर परिक्षेत्र के डीआईजी यश चन्नाप्पा ने शनिवार को चौथे थाना समाधान दिवस के अवसर पर देवरिया जनपद के रुद्रपुर कोतवाली का निरीक्षण किया। दोपहर 1:30 बजे कोतवाली पहुंचे डीआईजी ने सबसे पहले महिला हेल्पलाइन डेस्क का जायज़ा लिया और वहां मौजूद महिला आरक्षियों से बातचीत की। उन्होंने महिला डेस्क से संबंधित रजिस्टरों की समीक्षा की और दर्ज शिकायतों के निस्तारण की स्थिति की जानकारी ली।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, निरीक्षण के दौरान डीआईजी ने अपराध रजिस्टर, आगंतुक रजिस्टर, कम्प्यूटर कक्ष, मालखाना, शस्त्रागार सहित अन्य अभिलेखों की जांच की और संबंधित अधिकारियों से व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक लिया। डीआईजी यश चन्नाप्पा ने मातहतों को निर्देशित किया कि शिकायतों का त्वरित और निष्पक्ष निस्तारण किया जाए, ताकि आम जनता का पुलिस पर विश्वास और मजबूत हो।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
वहीं इस मौके पर रुद्रपुर के एसडीएम हरिशंकर लाल, पुलिस क्षेत्राधिकारी हरीराम यादव, रुद्रपुर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार सिंह सहित पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे। डीआईजी ने समाधान दिवस पर प्राप्त सभी शिकायत पत्रों का बारीकी से अवलोकन किया और उनके त्वरित समाधान के निर्देश दिए।
श्रावण मास की तैयारियों की समीक्षा
निरीक्षण के उपरांत डीआईजी यश चन्नाप्पा ने स्थानीय प्रसिद्ध दूधेश्वरनाथ मंदिर का भी दौरा किया। श्रावण माह के मद्देनज़र मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और मौके पर मौजूद अधिकारियों से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने मंदिर परिसर में साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था, यातायात नियंत्रण और मेडिकल सहायता की स्थिति की जानकारी ली।
गौरी बाजार थाने का भी किया निरीक्षण
रुद्रपुर कोतवाली के बाद डीआईजी ने गौरी बाजार थाने का भी औचक निरीक्षण किया। समाधान दिवस के अंतर्गत वहां दर्ज शिकायतों को देखा और निस्तारण प्रक्रिया की समीक्षा की। उन्होंने थाना परिसर की साफ-सफाई, रजिस्टरों की अद्यतन स्थिति और पुलिसकर्मियों की कार्यशैली की भी जांच की।
डीआईजी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जनता से सीधे जुड़े मामलों में लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने पुलिसकर्मियों को पीड़ितों के साथ संवेदनशीलता से पेश आने और शिकायतों के समाधान में पारदर्शिता बनाए रखने को कहा। निरीक्षण के दौरान कुछ फरियादियों से भी डीआईजी ने सीधे संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने भरोसा दिलाया कि हर शिकायत का गंभीरता से संज्ञान लिया जाएगा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।