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चंदौली जनपद से हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक किशोरी मां की डांट से नाराज होकर घर से भाग रही थी। पढें डाइनामाइट न्यूज़ का पूरी खबर
DDU जंक्शन से RPF ने ट्रेन से की लड़की की बरामदगी
चंदौली: रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की सतर्कता से एक बार फिर एक बड़ी अनहोनी टल गई। डीडीयू जंक्शन पर बुधवार को एक नाबालिग लड़की को गाड़ी संख्या 04087 से सुरक्षित बरामद कर चाइल्ड लाइन को सौंपा गया। 14 वर्षीय यह किशोरी मां की डांट से नाराज होकर घर से भाग गई थी और अकेले ही ट्रेन से सफर कर रही थी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह घटना उस समय सामने आई जब प्लेटफॉर्म संख्या 6 पर ट्रेन संख्या 04087 का आगमन हो रहा था। आरपीएफ की टीम, जिसमें उपनिरीक्षक सरिता गुर्जर और आरक्षी होरी प्रसाद शामिल थे, नियमित जांच के दौरान कोच संख्या ट-9 में एक किशोरी को अकेले बैठा पाया। लड़की की उम्र और हालात संदिग्ध प्रतीत होने पर टीम ने उससे पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान लड़की ने बताया कि उसकी उम्र 14 वर्ष है और वह बिहार के भोजपुर जिले के रतनपुर थाना क्षेत्र की निवासी है। उसने बताया कि वह मां की डांट से आहत होकर घर से निकल पड़ी और ट्रेन में सवार हो गई। वह किसी विशेष गंतव्य की ओर नहीं जा रही थी, बस नाराज होकर घर से दूर जाना चाहती थी।
आरपीएफ टीम ने तुरंत मानवीयता दिखाते हुए लड़की को डीडीयू आरपीएफ पोस्ट लाकर उससे विस्तृत काउंसलिंग की। काउंसलिंग के दौरान उसने अपनी पारिवारिक स्थिति और मां के साथ हुए मामूली विवाद की बात बताई। लड़की का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य ठीक पाया गया।
इसके बाद आरपीएफ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसके परिजनों को सूचना दी और उसे चाइल्ड लाइन की डीडीयू इकाई को सौंप दिया गया, ताकि उसे सुरक्षित उसके घर पहुंचाया जा सके। चाइल्ड लाइन के ड्यूटी स्टाफ ने लड़की को अपनी अभिरक्षा में लेकर उचित प्रक्रिया शुरू कर दी है।
आरपीएफ उपनिरीक्षक सरिता गुर्जर ने बताया कि अक्सर किशोरावस्था में बच्चों के मन में मामूली बातों को लेकर बड़ा तनाव उत्पन्न हो जाता है। ऐसे में बच्चों की काउंसलिंग और अभिभावकों की भूमिका अत्यंत अहम होती है। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे स्टेशन जैसे सार्वजनिक स्थानों पर बच्चों की सुरक्षा को लेकर आरपीएफ पूरी तरह सतर्क है।
बच्ची के सकुशल मिलने की खबर मिलते ही उसके परिजन भी भावुक हो उठे और आरपीएफ टीम का आभार व्यक्त किया।