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बाराबंकी जिले में आबकारी विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई। आबकारी निरीक्षक उमाशंकर चौधरी की टीम ने दो गांवों में छापेमारी कर 10 लीटर कच्ची शराब और 40 किलो लहन बरामद किया। टीम ने आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर अवैध शराब निर्माण करने वालों को चेतावनी दी।
बाराबंकी में आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई
Barabanki: अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ जिला प्रशासन का अभियान लगातार जारी है। सोमवार को आबकारी विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने जिले के कई इलाकों में छापेमारी कर अवैध शराब निर्माण और बिक्री पर नकेल कस दी। इस दौरान दो गांवों में छापेमारी कर कच्ची शराब और शराब बनाने के उपकरण बरामद किए गए।
बडनपुर स्थित डिपो पुरवा गांव में दबिश दी
जानकारी के अनुसार यह कार्रवाई आबकारी आयुक्त के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान के तहत की गई। जिला आबकारी अधिकारी कुलदीप दिनकर के पर्यवेक्षण में आबकारी निरीक्षक उमाशंकर चौधरी के नेतृत्व में टीम ने सोमवार को मल्लाहनपुरवा और बडनपुर स्थित डिपो पुरवा गांव में दबिश दी। टीम ने यहां आठ स्थानों पर छापा मारा और करीब 10 लीटर कच्ची शराब तथा 40 किलो लहन (शराब बनाने में प्रयुक्त सामग्री) बरामद की।
आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज
छापेमारी के दौरान टीम को यह भी पता चला कि ग्रामीण इलाकों में कुछ लोग चोरी-छिपे शराब का निर्माण कर उसे आसपास के बाजारों में बेच रहे थे। टीम ने मौके पर ही शराब नष्ट की और संबंधित लोगों के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया।
अवैध शराब स्वास्थ्य के लिए घातक
आबकारी निरीक्षक उमाशंकर चौधरी ने बताया कि अभियान का उद्देश्य न केवल अवैध शराब कारोबार को खत्म करना है, बल्कि ग्रामीणों को इसके दुष्परिणामों के बारे में जागरूक करना भी है। उन्होंने कहा कि अवैध शराब स्वास्थ्य के लिए घातक है और कई बार जानलेवा साबित होती है। इसलिए लोगों को इस अवैध गतिविधि में शामिल होने से बचना चाहिए और ऐसे लोगों की सूचना तुरंत विभाग को देनी चाहिए।
अचानक हुई चेकिंग से शराब दुकानों पर हड़कंप मच गया
टीम ने ग्रामीणों से अपील की कि वे अवैध शराब बनाने और बेचने वालों की जानकारी प्रशासन को दें, ताकि समाज को इस कुप्रथा से मुक्त किया जा सके। इस दौरान आबकारी निरीक्षक की टीम ने सेमराय अमराई, अमोली कला और रानीगंज जैसे अन्य स्थानों पर भी चेकिंग अभियान चलाया। वहीं, आबकारी टीम ने इन क्षेत्रों में संचालित देशी और अंग्रेजी शराब की दुकानों की भी सघन जांच की। इस दौरान दुकानों पर स्टॉक, बिक्री रजिस्टर और लाइसेंस से संबंधित दस्तावेजों की जांच की गई। अचानक हुई चेकिंग से शराब दुकानों पर हड़कंप मच गया। छापेमारी टीम में आबकारी निरीक्षक उमाशंकर चौधरी के साथ रविंद्र प्रसाद यादव, सिपाही इमरान और सोनम वर्मा शामिल रहे। टीम ने कहा कि यह अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा और किसी भी अवैध शराब कारोबारी को बख्शा नहीं जाएगा।