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कानपुर पुलिस ने 1500 करोड़ रुपये से अधिक की डिजिटल निवेश ठगी के आरोपी रविंद्र नाथ सोनी को गिरफ्तार किया है। ब्लू चिप डिजिटल बैंक के नाम पर लोगों को भारी रिटर्न का लालच देकर ठगी की गई। मामले की जांच एसआईटी कर रही है।
पुलिस की गिरफ्तार में आरोपी
Kanpur: कानपुर में पुलिस ने देश के सबसे बड़े डिजिटल निवेश घोटालों में से एक का पर्दाफाश करते हुए 1500 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी के आरोपी रविंद्र नाथ सोनी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने “ब्लू चिप कंपनी” के नाम पर डिजिटल बैंक शुरू कर लोगों को भारी मुनाफे का लालच देकर देश-विदेश के निवेशकों से अरबों रुपये ठग लिए।
डिजिटल बैंक के नाम पर रची गई ठगी की साजिश
पुलिस जांच में सामने आया है कि रविंद्र सोनी ने खुद को फाइनेंशियल एक्सपर्ट बताकर “ब्लू चिप डिजिटल बैंक” की शुरुआत की थी। उसने निवेशकों से दावा किया कि यह बैंक आधुनिक तकनीक और डिजिटल करेंसी पर आधारित है, जहां निवेश करने पर कम समय में बड़ा रिटर्न मिलेगा। इसी झांसे में आकर हजारों लोगों ने अपनी गाढ़ी कमाई निवेश कर दी।
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सेलेब्रिटीज के नाम पर बनाया भरोसे का जाल
आरोपी ने अपनी कंपनी की विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए कई नामी हस्तियों का प्रचार में इस्तेमाल किया। क्रिकेटर क्रिस गेल, अभिनेता सोनू सूद, रेसलर खली और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण जैसे बड़े नामों को प्रमोशनल सामग्री में दिखाया गया। पुलिस के अनुसार, ये सभी लोग केवल प्रचार अभियानों का हिस्सा थे और ठगी में उनकी कोई प्रत्यक्ष भूमिका सामने नहीं आई है।
कनाडा में रजिस्ट्रेशन और डिजिटल करेंसी का जाल
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि सोनी ने कनाडा में ब्लू चिप बैंक का रजिस्ट्रेशन कराया था। उसने “ब्लूचिप सिक्योर्ड” और “ब्लूचिप टोकन” नाम से डिजिटल करेंसी लॉन्च की और दावा किया कि निवेश की रकम प्रॉपर्टी डीलिंग और अन्य कारोबार में लगाई जाएगी, जिससे निवेशकों को बड़ा मुनाफा मिलेगा।
रिटर्न न मिलने पर भड़के निवेशक
जब तय समय पर निवेशकों को रिटर्न नहीं मिला तो हंगामा शुरू हो गया। निवेशकों के दबाव बढ़ते ही रविंद्र सोनी अचानक गायब हो गया। इसके बाद देश के अलग-अलग राज्यों से पुलिस में शिकायतें दर्ज होनी शुरू हुईं, जिससे पूरे नेटवर्क की परतें खुलने लगीं।
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देहरादून से गिरफ्तारी, कानपुर जेल भेजा गया
कानपुर पुलिस ने अदालत से वारंट लेने के बाद रविंद्र सोनी को देहरादून से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद उसे कानपुर लाकर जेल भेज दिया गया है। पुलिस के अनुसार अब तक इस मामले में 16 शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं, जिनमें गुजरात, महाराष्ट्र, केरल और दुबई के निवेशक शामिल हैं।
1500 करोड़ से ज्यादा की ठगी का अनुमान
पुलिस जांच के अनुसार रविंद्र सोनी द्वारा की गई ठगी की रकम 1500 करोड़ रुपये से अधिक हो सकती है। जांच आगे बढ़ने के साथ यह आंकड़ा और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस निवेशकों की संख्या और लेन-देन के दस्तावेज खंगाल रही है।
एसआईटी कर रही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी का गठन किया गया है। पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने बताया कि अंजलि विश्वकर्मा के नेतृत्व में टीम पूरे नेटवर्क की अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जांच कर रही है, ताकि ठगी से जुड़े हर पहलू को उजागर किया जा सके।
सोनू सूद को भेजा गया नोटिस
पुलिस ने इस मामले में अभिनेता सोनू सूद को भी नोटिस भेजा है। उनसे कंपनी के प्रमोशन से जुड़ी भूमिका पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। पुलिस का कहना है कि जांच निष्पक्ष तरीके से की जा रही है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।