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किसानों के लिए बड़ी राहत की खबर है। जिलाधिकारी के विशेष प्रयासों से आनंदनगर–फरेन्दा रैक पॉइंट पर HURL यूरिया की 1228 मीट्रिक टन क्षमता वाली रैक लगाई गई है। वर्षों से लंबित मांग पूरी होने से किसानों को खाद अब स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध होगी, जिससे परिवहन व्यय घटेगा।
आनंदनगर रैक पॉइंट पर लगी 1228 MT यूरिया की रैक
महराजगंज: जनपद के किसानों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा के विशेष प्रयासों और लगातार शासन स्तर पर की जा रही बातचीत के परिणामस्वरूप बृहस्पतिवार को आनंदनगर–फरेन्दा रैक पॉइंट पर HURL यूरिया की एक बड़ी रैक लगाई गई। इस रैक में कुल 1228 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है, जिसमें से 491 MT सहकारी समितियों को दी जाएगी, जबकि शेष मात्रा निजी विक्रेताओं के माध्यम से किसानों तक पहुंचाई जाएगी।
काफी समय से किसान इस बात की मांग कर रहे थे कि आनंदनगर रैक पॉइंट पर खाद की रैक उपलब्ध कराई जाए, ताकि उन्हें खाद के लिए दूर-दराज के क्षेत्रों में न जाना पड़े। किसानों की इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने निरंतर शासन से संपर्क बनाए रखा और रैक उपलब्ध कराने के लिए लगातार पैरवी की।
इसी क्रम में कुछ दिन पहले जिला कृषि अधिकारी शैलेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा आनंदनगर रैक पॉइंट का विस्तृत निरीक्षण किया गया था, जिसकी रिपोर्ट तैयार कर लखनऊ भेजी गई। शासन से स्वीकृति मिलते ही आज यह रैक लगा दी गई, जिससे क्षेत्र के हजारों किसानों को बड़ी सहूलियत मिलने वाली है।
रैक लगने के बाद किसानों को अब खाद स्थानीय स्तर पर ही मिल सकेगी। इसके साथ ही परिवहन पर होने वाला अतिरिक्त खर्च भी काफी कम होगा, जिससे किसानों पर आर्थिक बोझ घटेगा। कृषि विभाग के अनुसार, इससे किसानों के समय और धन दोनों की बचत होगी और फसल सीजन में खाद का संकट भी खत्म होगा।
जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि सभी उर्वरक कंपनियों को स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि वे आगे से आनंदनगर रैक पॉइंट पर नियमित रूप से रैक मंगाने की व्यवस्था करें। इससे क्षेत्र में खाद की आपूर्ति पहले की तुलना में अधिक सुचारु और उपलब्धता स्थिर बनी रहेगी।
कृषक संगठनों और स्थानीय किसानों ने जिलाधिकारी महोदय के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि लंबे समय बाद उनकी एक बड़ी मांग पूरी हुई है। रबी सीजन के बीच में आई यह व्यवस्था किसानों के लिए संजीवनी साबित होगी।