महराजगंज: बेटे के हत्‍यारों को साल भर में भी नहीं गिरफ्तार कर पाई पुलिस

डीएन ब्यूरो

उत्‍तर प्रदेश पुलिस पहले ही कई मामलों में अपने रवैये को लेकर सवालों के घेरे में हैं। वहीं सुर्खियों से दूर महराजगंज का एक मामला भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है। पीड़ित पिता के अनुसार उसके बेटे की हत्‍या एक साल पहले हुई थी। तहरीर पर केस भी दर्ज हुआ लेकिन आरोपियों को आज तक नहीं पकड़ा गया। डाइनामाइट न्‍यूज़ पर पढ़ें पूरी खबर..



महराजगंज: जिले की पुलिस अपनी कार्यशैली को लेकर सवालों को घेरे में हैं। बीते साल एक युवक की हत्‍या के आरोपियों को आज तक नहीं पकड़ पाई है।

युवक के बुजुर्ग पिता ने डाइनामाइट न्‍यूज़ को बताया कि एक साल पहले  उनके बेटे की हत्‍या कर दी गई थी। तहरीर के आधार पर केसा भी दर्ज किया गया था लेकिेन आज तक इंसाफ नहीं मिला। 

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महराजगंज के अंबेडकरनगर वार्ड नंबर तीन के निवासी लक्ष्‍मण की हत्‍या साल भर पहले कर दी गई थी। युवक के पिता रामसेवक ने बताया कि उसका बेटा लक्ष्‍मण जहां काम करता वहां उसका तकरीबन चार माह का वेतन रोक लिया गया था। इसी संबंध में 12 नवंबर 2017 को चिरहुआ निवासी व्‍यक्ति उसे बुलाकर ले गया और उसने कहा था कि उसे उसका सारा बाकी वेतन दे दिया जाएगा। जिसके लिए उसे मालिक ने बुलाया है। 

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उसके बाद से लक्ष्‍मण घर नहीं लौटा। अगले दिन हत्‍या कर फेंकी गई लाश को सदर कोतवाली पुलिस ने बरामद किया था। पुलिस ने तहरीर के आधार पर हत्‍या की धाराओं में केस दर्ज किया था लेकिन तब से अब तक एक साल बीत गया हत्‍यारोपियों को नहीं पकड़ा गया है। 

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मृतक लक्ष्‍मण के पिता न जाने कितनी बार अधिकारियों से मामले में कार्रवाई करने की गुहार लगाई लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। वहीं पीड़ित पिता का आरोप है कि एक राजनीतिक दल के दबाव में आकर पुलिस हत्‍यारोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है।










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