Mahakumbh: महाकुंभ में कैसे मची भगदड़, चश्मदीदों ने बताया आंखों देखा हाल
प्रयागराज के महाकुंभ में मौनी अमावस्य के दिन भगदड़ से हाहाकार मच गया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
प्रयागराज: यूपी के प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर बुधवार को संगम तट अचानक भगदड़ मच गई जिससे कई लोगों की मौत की आशंका है तथा कई लोग हताहत हुए है। घायलों को अस्पताल में इलाज चल रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार संगम पर स्नान के लिए आए चंदौली से आए अवधेश और बलिया से आई सविता ने हादसे का आप बीती सुनाई।
उन्होंने कहा कि मेरे साथ पांच लोग थे। हम लोग संगम में स्नान के लिए जा रहे थे। भीड़ बहुत ज्यादा थी। अचानक बहुत तेज भीड़ में धक्का आने लगा। धक्का पीछे से आ रहा था। हम लोग खुद को संभालने में लगे थे। अचानक हम गिर गए और किसी तरह पूरी ताकत लगाकर उठे तो आस-पास कोई नहीं था। मेरे सारे दोस्त कहां गए दिख नहीं रहे थे।
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उन्होंने कहा कि मैं उन्हें चिल्ला-चिल्ला के गुहार लगा रहा था। लेकिन इतना शोर था कि कुछ सुनाई नहीं पड़ रहा था। कुछ देर बाद पुलिस ने मुझे अस्पताल भेजा, पर जहां जा रहा हूं वहां कोई नहीं मिल रहा है।
वहीं बिहार के औरंगाबाद से आए सूरज यादव ने बताया हम 12-13 लोग गंगा स्नान करने आए थे। ऐसी भगदड़ मची कि मेरी मां दबकर मर गई।
यह बातें चंदौली से आए अवधेश ने कही वह महाकुंभ के सेक्टर दो स्थित केंद्रीय अस्पताल में अपने साथ रहे दोस्तों को ढूंढ रहे थे। मौनी अमावस्या पर भगदड़ के समय वह घटना स्थल पर ही थे।
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औरंगाबाद से आए विनय कुमार नाम के एक शख्स ने बताया कि कुछ लोग घाट की तरफ जा रहे थे। इतने में आगे बढ़े कुछ लोग पीछे की ओर लौटने लगे। इधर से जा रहे लोगों ने धक्का दिया तो कोई बाहर ही नहीं निकल पाया और उस जगह कोई पुलिस नहीं थी। इस दौरान भीड़ में लोग गिरे और फिर आदमी पर आदमी गिरते गए।
कोई उठा नहीं पाया और दबकर लोगों की मौत हो गई।