यूपी में फिर पटरी से उतरी कानून-व्यवस्था, लगातार तीन बसपा नेताओं की हत्या से घिरी सरकार

डीएन संवाददाता

यूपी की सत्ता संभालते ही सूबे की कानून-व्यवस्था को वापस पटरी पर लाने के सीएम योगी आदित्यानाथ के प्रयासों को बदमाशों द्वारा खुलेआम चुनौती दी जा रही है। यूपी में हाल में हुई तीन हाईप्रोफाइल हत्या की वारदातों से लगता है कि राज्य में बदमाशों के हौसले फिर बुलंद हो चले हैं। पढ़ें, डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..

बदमाशों की गोली का शिकार बने बसपा जुगराम मेंहदी और उनका ड्राइवर
बदमाशों की गोली का शिकार बने बसपा जुगराम मेंहदी और उनका ड्राइवर


लखनऊ: क्या उत्तर प्रदेश फिर आपराधिक मामलों के चपेट में आ रहा है? क्या यूपी में फिर गैंगवार बढ़ने जा रहे है? यूपी को लेकर ऐसे ही सवाल आजकल हर किसी की जुबान पर हैं। जब सूबे में महज चार-पांच दिनों के अंदर एक के बाद तीन बड़े बसपा नेताओं की हत्या हो तो सवाल उठने लाजमी हो जाते हैं। पिछले पांच दिनों के अंदर बैखौफ बदमाशों यूपी के तीन बड़े बीएसपी नेताओं समेत चार लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इनमें से लगभग सभी हत्याओं को सरेआम अंजाम दिया गया।

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यूपी में बसपा नेताओं की हत्या का सिलसिला बुलंदशहर से शुरू हुआ। जहां सदर विधानसभा से दो बार विधायक रहे चुके बाहुबली बसपा नेता हाजी अलीम की हत्या कर दी गयी। उनका खून से लथपथ शव उनके कमरे से बरामद किया गया। पहले परिवार ने कहा कि उनकी मौत ब्रेन हैमरेज के कारण हुई लेकिन उनके शव के पास से ही पिस्टल मिलने से साफ हो गया कि उनकी हत्या गोली मारकर की गयी। 

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यूपी में हाई प्रोफाइल हत्या का दूसरा मामला बीते शनिवार को सामने आया। गाजीपुर में अज्ञात बदमाशों ने जमानिया कोतवाली के देवढी गांव निवासी बसपा नेता श्रीप्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना दादा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। शनिवार सुबह उनकी लाश नहर से बरामद की गई। श्रीप्रकाश सिंह की पीठ पर गोली मारी गयी थी। श्रीप्रकाश सिंह ने पिछले साल ही सपा छोड़ी थी बसपा में शामिल हुए थे। 

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यूपी के अंबेडकरनगर कल (सोमवार) सरेआम ताबड़तोड़ फायरिंग करके बसपा नेता जुगराम मेंहदी और उनके ड्राइवर की गोली मारकर की हत्या कर दी। इश डबल मर्डर से जहां पूरा जिला कांप उठा वहां यूपी की कानून-व्यस्था को लेकर बड़े सवाल भी खड़े हो गये। बदमाश इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद खुलेआम बीच सड़क पर फायरिंग करते हुए फरार हो गये। बदमाशों की फायरिंग के कारण दो अन्य लोग भी घायल हो गये, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

उक्त सभी हत्याकांडों सो सुलझाने के लिये पुलिस ने अलग-अलग टीमें भी गठित कर दी लेकिन किसी भी मामले का सही ढंग से पर्दाफाश नहीं हो पाया है। हत्यारोपी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं, जो यूपी को अपराध मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ी चुनौती है। 
 










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