

उत्तर प्रदेश में एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है। जहां 5.26 करोड़ रुपये को गड्ढा खोदकर दबा दिये। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बागपत: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एटीएम में डालने के लिए बैंक से लाए गए 5.26 करोड़ रुपये के गबन के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, मुख्य आरोपी रॉकी और गौरव ने रिमांड के चौथे दिन अब तक 5 करोड़ रुपये बरामद कराए हैं। यह मामला न केवल गबन और घोटालेबाजी को उजागर करता है, बल्कि इसमें चंडीगढ़ पुलिस के कुछ अधिकारियों की भी संलिप्तता सामने आई है।
अपराध का खुलासा और गिरफ्तारी
मुख्य आरोपी गौरव निवासी आरिफपुर खड़खड़ी और रॉकी निवासी हसनपुर (जिला शामली) को 25 मार्च को तमंचे और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया था। जांच के दौरान यह सामने आया कि इन दोनों ने मिलकर बैंक से एटीएम के लिए लाए गए धनराशि के बड़े हिस्से को गबन कर लिया था।
चंडीगढ़ पुलिस की संलिप्तता
जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी रॉकी और गौरव ने चंडीगढ़ पुलिस के कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर इस गबन को अंजाम दिया था। इसके बाद चंडीगढ़ में मुकदमा दर्ज कर पुलिस इंस्पेक्टर, दो सिपाही और मनीष निवासी जौहड़ी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
बरामदगी की प्रक्रिया
चंडीगढ़ जेल में बंद इन आरोपियों को बागपत लाने के लिए बी वारंट जारी किया गया और उन्हें बागपत जेल में शिफ्ट किया गया। इसके बाद पुलिस ने न्यायालय से पांच दिन का रिमांड प्राप्त कर आरोपियों से पूछताछ शुरू की। मनीष निवासी जौहड़ी ने सबसे पहले चंडीगढ़ में छुपाकर रखे 50 हजार रुपये बरामद कराए। सइसके बाद रॉकी ने अपने गांव हसनपुर के खेत में गड्ढा खोदकर दबाए गए रुपयों का बैग बरामद कराया। गौरव ने आरिफपुर खड़खड़ी में अपने घर के भूसे के नीचे गड्ढे में दबाए गए रुपये का बैग बरामद कराया।
अब तक की बरामदगी
एसपी अर्पित विजयवर्गीय के अनुसार, अब तक गबन के आरोपियों की निशानदेही पर पांच करोड़ रुपये बरामद किए जा चुके हैं, जिनकी गिनती अभी चल रही है। बताया गया है कि बाकी रुपये आरोपीयों ने मौज-मस्ती पर खर्च कर दिए और कुछ चंडीगढ़ पुलिस, दोस्तों और वकीलों को भी दिए।