

वेस्टइंडीज ने 33 साल बाद पाकिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज जीतकर इतिहास रच दिया। तीसरे और अंतिम मैच में शाई होप के शतक और जेडन सिल्स की घातक गेंदबाजी की बदौलत कैरेबियाई टीम ने पाकिस्तान को 202 रनों से करारी शिकस्त दी। यह पाकिस्तान के खिलाफ वेस्टइंडीज की सबसे बड़ी जीत है और टीम के लिए यह सफलता आत्मविश्वास बढ़ाने वाली साबित हुई।
वेस्टइंडीज ने पाकिस्तान को 202 रनों से हराया (Img: Internet)
New Delhi: वेस्टइंडीज ने तीन मैचों की वनडे सीरीज के आखिरी मुकाबले में पाकिस्तान को 202 रनों के बड़े अंतर से हराकर सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली। यह जीत कई मायनों में खास रही, क्योंकि 1991 के बाद यह पहली बार है जब कैरेबियाई टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ कोई वनडे सीरीज जीती है।
यह जीत न केवल सीरीज जिताऊ साबित हुई, बल्कि रनों के लिहाज से भी वेस्टइंडीज की पाकिस्तान पर सबसे बड़ी जीत रही। इससे पहले, 2015 में क्राइस्टचर्च में उन्होंने पाकिस्तान को 150 रनों से हराया था। वनडे इतिहास में यह वेस्टइंडीज की चौथी सबसे बड़ी जीत है। सबसे बड़ी जीत 2011 में नीदरलैंड के खिलाफ 215 रनों से दर्ज की गई थी।
कप्तान शाई होप ने टीम को मज़बूत स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 94 गेंदों में 10 चौकों और 5 छक्कों की मदद से नाबाद 120 रन बनाए। यह उनके वनडे करियर का 18वां शतक था। आखिरी 10 ओवरों में होप और ग्रीव्स ने रनों की बरसात कर दी। ग्रीव्स ने सिर्फ 24 गेंदों में 43 रन बनाए और टीम का स्कोर 294 तक पहुंचाया।
295 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम जेडन सिल्स की रफ्तार के आगे टिक नहीं पाई। सिल्स ने महज़ 7.2 ओवर में 18 रन देकर 6 विकेट झटके। उन्होंने पाकिस्तान की टॉप ऑर्डर और निचले क्रम दोनों को बुरी तरह ध्वस्त कर दिया। बाबर आजम, रिजवान, शफीक, सायम अयूब जैसे बल्लेबाज सिल्स की धार के सामने टिक ही नहीं पाए।
पाकिस्तान की पूरी टीम 23 ओवरों में महज 92 रन पर सिमट गई। सलमान अली आगा ने सबसे ज्यादा 30 रन बनाए, जबकि मोहम्मद नवाज ने 23 और हसन नवाज ने 13 रन जोड़े। बाकी 8 बल्लेबाजों में से 5 खाता भी नहीं खोल सके। वेस्टइंडीज की गेंदबाजी और फील्डिंग दोनों ही शानदार रहीं।
लगातार असफलता झेल रही वेस्टइंडीज टीम के लिए यह जीत किसी संजीवनी से कम नहीं है। टीम के लिए यह सीरीज जीत आत्मविश्वास लौटाने वाली है, जो आने वाले टूर्नामेंट्स में उन्हें मजबूत बनाएगी।