

पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने कहा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच से ज्यादा महत्वपूर्ण देश की सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि खून और पानी साथ नहीं बह सकते, इसलिए एक मैच मिस करना कोई बड़ी बात नहीं। हरभजन ने सीमा पर तैनात जवानों की कुर्बानी को याद करते हुए कहा कि देश पहले आता है।
भारत बनाम पाकिस्तान मुकाबले पर फूटा हरभजन सिंह का गुस्सा (Img: Internet)
New Delhi: क्रिकेट एशिया कप 2025 में 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच महत्वपूर्ण मुकाबला होना है। लेकिन इस बीच पूर्व भारतीय गेंदबाज हरभजन सिंह ने इस मैच को लेकर एक अलग ही रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि देश के लिए खून और पानी साथ नहीं बह सकते, इसलिए पाकिस्तान को इतनी अहमियत देने की जरूरत नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर हम यह क्रिकेट मैच मिस कर दें तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं है।
मीडिया से बात करते हुए हरभजन सिंह ने साफ कहा, “हमें समझना होगा कि हमारे लिए क्या ज़रूरी है और क्या नहीं। हमारे देश के सैनिक जो सीमा पर खड़े हैं, उनके परिवार जो अक्सर उन्हें देख नहीं पाते, उनकी कुर्बानी बहुत बड़ी है। ऐसे में क्रिकेट मैच से अधिक महत्वपूर्ण हमारी सेना और देश की सुरक्षा है। इसलिए एक क्रिकेट मैच मिस करना कोई बड़ी बात नहीं।”
हरभजन ने सरकार के रुख को भी सही ठहराया। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार का भी यही मानना है कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। जब सीमा पर लड़ाई हो, दोनों देशों के बीच तनाव हो, तो हम पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलकर क्या संदेश देना चाहते हैं? ऐसे समय में क्रिकेट बहुत छोटी चीज़ है। देश हमारी पहली प्राथमिकता है।”
हरभजन सिंह ने सीमा पर तैनात जवानों की बहादुरी को भी याद किया। उन्होंने कहा, “हमारे जवान बड़ी हिम्मत और दिलेरी से देश की रक्षा कर रहे हैं। कई बार वे घर लौट नहीं पाते। उनके परिवारों की पीड़ा को समझना चाहिए। उस समय हम क्रिकेट खेलने क्यों जाएं?”
हरभजन सिंह के बयान ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मुकाबलों पर राजनीतिक और सामाजिक संदर्भों में विचार करने की जरूरत को दोहराया है। उनका कहना है कि खेल से ऊपर देश की सुरक्षा और सम्मान है, और जब तक सीमा पर हालात सामान्य नहीं होंगे, तब तक क्रिकेट को प्राथमिकता नहीं दी जानी चाहिए। यह विचार खेल प्रेमियों और देशवासियों दोनों के लिए सोचने वाला विषय है।
एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान एक ही ग्रुप (ग्रुप ए) में हैं, जहां यूएई और ओमान भी शामिल हैं। इस ग्रुप से आमतौर पर केवल भारत और पाकिस्तान ही अगले दौर में पहुंचते हैं। अगर ऐसा होता है, तो दोनों टीमें ग्रुप स्टेज के बाद सेमीफाइनल या फाइनल में भी आमने-सामने आ सकती हैं। इस प्रकार, एक महीने के अंदर तीन बार भारत-पाकिस्तान के मैच होने की संभावना है। फाइनल मैच 28 सितंबर को खेला जाएगा।