

एशिया कप 2025 में 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला होगा, जिसे लेकर देश में विरोध और विवाद जारी है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने बातचीत में कड़ा रुख अपनाने की बात कही है, जबकि भारत सरकार ने बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलने पर प्रतिबंध न लगाने का स्पष्ट निर्देश दिया है।
मोहसिन नकवी (Img: Internet)
Islamabad: एशिया कप में 14 सितंबर को होने वाले भारत-पाकिस्तान मुकाबले को लेकर देशभर में विरोध का माहौल है। खासतौर पर पहलगाम आतंकी हमले के बाद से कई पूर्व खिलाड़ियों और क्रिकेट प्रेमियों ने इस मैच पर सवाल उठाए हैं। वे अपनी टीम को पाकिस्तान के खिलाफ मैदान पर नहीं देखना चाहते। हालांकि, केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में किसी भी देश के खिलाफ खेलने पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। वहीं, द्विपक्षीय सीरीज में भारत और पाकिस्तान आमने-सामने होंगे। इसी बीच अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने अपना बड़बोलापन दिखा दिया है।
इस बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने 5 अक्टूबर को महिला वनडे विश्व कप और एशिया कप में भारत के खिलाफ होने वाले मैच को लेकर बड़ा बयान दिया है। भारत में मैच के विरोध को देखते हुए नकवी ने भविष्य की बातचीत के लिए सख्त रुख अपनाने की बात कही है। बीसीसीआई और भारत सरकार ने बातचीत की पहल की है, लेकिन नकवी ने दूरी बनाए रखी है।
इस साल की शुरुआत में दोनों बोर्ड तटस्थ स्थानों पर मैच खेलने पर सहमत हुए थे। इसलिए, जबकि एशिया कप की मेजबानी भारत कर रहा है, टीम इंडिया दुबई में पाकिस्तान से भिड़ेगी। यह समझौता दोनों पक्षों के बीच संवेदनशील राजनीति और क्रिकेट के बीच संतुलन स्थापित करने का प्रयास है।
लाहौर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नकवी ने कहा, "बातचीत तभी होगी जब वह भारत के साथ बराबरी के स्तर पर होगी। अब कोई भीख नहीं मांगेगा। जो भी होगा, वह समानता के आधार पर होगा।" यह बयान पाकिस्तान की कूटनीतिक और क्रिकेटिंग नीतियों में बदलाव का संकेत माना जा रहा है, जो बातचीत में बराबरी की मांग करता है।
भारत बनाम पाकिस्तान (Img: Internet)
पिछले साल भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान में खेलने से इनकार कर दिया था, जिससे विवाद बढ़ गया था। उस समय नकवी ने आईसीसी और बीसीसीआई के साथ एक समझौता किया, जिसमें तटस्थ स्थानों पर मैच खेलने का प्रावधान था। इसके अलावा, पीसीबी को भविष्य में आईसीसी महिला टूर्नामेंटों की मेजबानी का अधिकार भी मिला। यह समझौता दोनों बोर्डों के बीच जटिल समीकरण को दर्शाता है, जहां राजनीतिक तनाव के बावजूद क्रिकेट के संचालन में कुछ रियायतें दी गई हैं।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मुकाबले हमेशा से राजनीतिक और सामाजिक संवेदनाओं के केंद्र में रहे हैं। एशिया कप 2025 में इस मैच के आयोजन को लेकर जो विवाद और कूटनीतिक बयान सामने आ रहे हैं, वे इस खेल और दोनों देशों के बीच संबंधों की खराब संबंधों को दर्शाते हैं। इस मैच का परिणाम तो खेल प्रेमियों को मिलेगा, लेकिन इसके पीछे की राजनीतिक लड़ाई अभी जारी है।