

एशिया कप 2025 में टीम इंडिया से दो बार हारने के बावजूद, पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी का तेवर कम नहीं हुआ। बांग्लादेश के खिलाफ मैच से पहले उन्होंने एक बार फिर भारतीय टीम को चुनौती दी।
पाकिस्तान ने भारत को दी धमकी (Img: Internet)
Dubai: एक पुरानी कहावत है "रस्सी जल गई, पर बल नहीं गया।" यह कहावत मौजूदा समय में पाकिस्तान पर काफी जचती है। खासकर पाक के तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी पर बिल्कुल सटीक बैठती है। एशिया कप 2025 में पाकिस्तान को टीम इंडिया से दो बार करारी हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इसके बावजूद अफरीदी का तेवर और अहंकार कम नहीं हुआ।
बांग्लादेश के खिलाफ अपने आखिरी लीग मैच से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब अफरीदी से भारत के खिलाफ प्रदर्शन और संभावित फाइनल भिड़ंत को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने एक बार फिर सूर्या कुमार यादव की अगुवाई वाली भारतीय टीम को खुली चुनौती दे डाली। उन्होंने कहा कि "हर दिन एक जैसा नहीं होता, फाइनल में मिलेंगे तो नतीजा अलग होगा।"
हालांकि, उनकी यह बात अब सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का कारण बनती जा रही है, क्योंकि हाल के मैचों में उनका प्रदर्शन बेहद खराब रहा है।
सूर्याकुमार यादव और सलमान अली आगा (Img: Internet)
सुपर 4 मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 6 विकेट से हराया था। इस मैच में भारतीय बल्लेबाज़ों ने पाकिस्तानी गेंदबाज़ों की जमकर खबर ली। अभिषेक शर्मा और तिलक वर्मा ने शाहीन अफरीदी की गेंदों पर आक्रमण करते हुए उन्हें पूरी तरह से बैकफुट पर धकेल दिया।
शाहीन अफरीदी ने इस मैच में 3.5 ओवर में 40 रन लुटाए और कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ सके। उनकी गेंदबाज़ी में न तो वो धार दिखी और न ही वो आक्रामकता जिसके लिए वह जाने जाते हैं। भारतीय बल्लेबाज़ों ने उन्हें बिना दबाव के खेला और रन बनाए।
भारत से दो बार हारने के बाद पाकिस्तान की टीम और खुद अफरीदी पर भारी मानसिक दबाव है। बावजूद इसके, अफरीदी के बयानों में हार की झलक नहीं, बल्कि घमंड और आत्मविश्वास का मेल दिखाई देता है।
हालांकि क्रिकेट की दुनिया में आत्मविश्वास ज़रूरी है, लेकिन जब प्रदर्शन गिरता है और बयानबाज़ी बढ़ती है, तो यह खिलाड़ी की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है।
सोशल मीडिया पर फैंस अब अफरीदी को उनके बयान के लिए घेर रहे हैं। कई लोगों ने कहा कि "अब वक्त बयान देने का नहीं, प्रदर्शन दिखाने का है।" अब देखना दिलचस्प होगा कि अगर भारत और पाकिस्तान फाइनल में आमने-सामने आते हैं, तो क्या अफरीदी अपने शब्दों को प्रदर्शन में बदल पाएंगे?