“केवल हंगामा, कोई आपत्ति नहीं”: चिराग पासवान का विपक्ष पर तीखा हमला, जानें ऐसा क्यों कहा

केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने विपक्षी दलों पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा है कि विपक्ष का काम अब केवल हंगामा करना और संस्थाओं को बदनाम करना रह गया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को न तो देश की न्याय व्यवस्था पर भरोसा है, न चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं पर।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 18 August 2025, 3:06 PM IST
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New Delhi: चिराग पासवान ने कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन के नेताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज वे चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर प्रश्नचिह्न लगा रहे हैं, जबकि यही वह आयोग है जिसके नेतृत्व में वर्षों तक कांग्रेस सत्ता में रही केंद्र और राज्यों दोनों में। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं है, तो फिर चुनाव लड़ने ही क्यों गए थे? और जब झारखंड में जीत हासिल हुई, तब आयोग पर सवाल नहीं उठाए गए। लेकिन जब हार मिली, तब आयोग पर प्रश्न खड़े कर दिए गए।

"आप सिर्फ हवा-हवाई बातें करते हैं"

केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि उन्हें चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी की इतनी शिकायत है, तो कम से कम एक बार आधिकारिक रूप से आपत्ति दर्ज करें। उन्होंने कहा कि आप केवल हवा-हवाई बातें करते हैं। जब आपत्ति दर्ज करने की बात आती है तो आप पीछे हट जाते हैं। और अगर चुनाव आयोग आपसे प्रमाण की मांग करता है तो आप भाग खड़े होते हैं। चिराग ने विपक्ष पर यह आरोप भी लगाया कि वे केवल जनता के बीच भ्रम फैलाना चाहते हैं, जबकि जब भी बात संवैधानिक प्रक्रिया का पालन करने की आती है, वे पीछे हट जाते हैं।

"चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संस्था है"

चिराग पासवान ने यह स्पष्ट किया कि भारत का चुनाव आयोग एक स्वतंत्र और निष्पक्ष संवैधानिक संस्था है। उन्होंने कहा कि इस संस्था को संविधान ने शक्तियां दी हैं, और इसके कार्य पर सवाल उठाना केवल राजनीतिक स्वार्थ के लिए किया जा रहा है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि इसी चुनाव आयोग की देखरेख में जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब किसी को आपत्ति नहीं थी। अब जब नतीजे विपक्ष के पक्ष में नहीं आते तो आयोग को बदनाम करना शुरू कर दिया जाता है।

राहुल और तेजस्वी बिहार में, लेकिन कोई औपचारिक अपील नहीं

पासवान ने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव इन दिनों बिहार का दौरा कर रहे हैं और जनसभाओं में चुनाव में धांधली के आरोप लगा रहे हैं, लेकिन कोई आधिकारिक अपील या शिकायत दर्ज नहीं कर रहे। उन्होंने कहा कि अगर वाकई उन्हें लगता है कि चुनाव में गड़बड़ी हुई है, तो कम से कम एक बार आयोग के पास जाएं, मीडिया में बातें करने से कुछ नहीं होगा।

लोकतंत्र में विरोध जायज, लेकिन...

चिराग पासवान ने यह भी कहा कि लोकतंत्र में विरोध करना, सवाल पूछना और असहमति जताना एक संवैधानिक अधिकार है। लेकिन विरोध का मतलब यह नहीं कि आप संवैधानिक प्रक्रिया से दूर हो जाएं। उन्होंने कहा कि जब आपके पास शिकायत हो, तो उसके लिए निर्धारित प्रक्रिया है, जिसका पालन करना चाहिए। लेकिन विपक्ष सिर्फ प्रचार की राजनीति करना चाहता है, ना कि समाधान की दिशा में कोई कदम।

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Published : 
  • 18 August 2025, 3:06 PM IST