

लखनऊ में सीएम योगी के जनता दरबार में एक रिटायर्ड फौजी ने जहरीला पदार्थ खाकर पहुंचा। उसने BJP विधायक नंद किशोर गुर्जर पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पीड़ित की हालत गंभीर है और मामले की जांच जारी है।
सीएम योगी आदित्यनाथ
Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को उस समय हड़कंप मच गया जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में एक रिटायर्ड फौजी ने जहरीला पदार्थ खा लिया। सुरक्षा कर्मियों को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, उसे तुरंत इलाज के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों के अनुसार, फौजी की हालत फिलहाल नाजुक बनी हुई है।
घटना उस समय हुई जब बड़ी संख्या में फरियादी मुख्यमंत्री से अपनी समस्याएं लेकर जनता दरबार में पहुंचे थे। इन्हीं में से एक व्यक्ति, जो कि सेना से रिटायर हो चुका है, ने खुद को गंभीर रूप से परेशान बताकर जहरीला पदार्थ खा लिया। बाद में उसने खुद सुरक्षा कर्मियों को इसकी सूचना दी।
पीड़ित रिटायर्ड फौजी का कहना है कि वह गाजियाबाद से बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर के उत्पीड़न से परेशान है। उसने आरोप लगाया कि विधायक और उनके करीबी लोग उसे झूठे मामलों में फंसा रहे हैं और लगातार दबाव बना रहे हैं। इन हालातों से तंग आकर उसने आत्मघाती कदम उठाया।
बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर
पीड़ित का यह भी दावा है कि उसने कई बार स्थानीय प्रशासन और पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे निराश होकर वह सीधे मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचा ताकि अपनी बात सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचा सके।
जनता दरबार जैसी हाई सिक्योरिटी व्यवस्था के बीच इस तरह की घटना से सुरक्षा एजेंसियों में भी हड़कंप मच गया है। सवाल उठ रहे हैं कि एक व्यक्ति जहरीला पदार्थ लेकर अंदर कैसे पहुंचा? इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है।
फिलहाल फौजी का इलाज लखनऊ के सिविल अस्पताल में चल रहा है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और विधायक पर लगे आरोपों की जांच की जा रही है। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि अगर कोई साजिश इसमें शामिल है तो उसकी तह तक पहुंचा जा सके।
घटना की जानकारी मिलते ही राजनीतिक गलियारों में भी हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। वहीं बीजेपी की ओर से अब तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। उधर, विधायक नंद किशोर गुर्जर ने खुद पर लगे आरोपों को निराधार बताया है और कहा है कि वह जांच में पूरा सहयोग देंगे।