

नैनीताल जिले में सड़क सुरक्षा को लेकर परिवहन विभाग एलर्ट मोड पर है। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए परिवहन आयुक्त ने ब्लैक स्पॉट क्षेत्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान परिवहन आयुक्त ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए।
परिवहन आयुक्त राजीव मेहरा सड़कों पर
Nainital: जनपद में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर परिवहन विभाग सतर्क हो गया है। इस दौरान परिवहन आयुक्त राजीव मेहरा ने गुरुवार को नैनीताल जिले के हल्द्वानी रामनगर व अन्य स्थानों पर सड़क सुरक्षा से जुड़े ब्लैक स्पॉट्स का निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि जिले में 16 से अधिक ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए हैं, जो अलग-अलग समय पर पहचाने गए थे। इन स्थानों पर पिछले कुछ वर्षों में सड़क निर्माण में सुधार तो हुआ है, लेकिन कुछ स्थान अभी भी दुर्घटना संभावित हैं।
परिवहन आयुक्त ने बताया कि बीते तीन से चार वर्षों में सड़कों की गुणवत्ता और मानकों में सुधार लाने के प्रयास किए गए हैं, परंतु सड़क सुरक्षा को और बेहतर बनाने के लिए लीड एजेंसी के साथ मौके पर जाकर निरीक्षण किया जा रहा है।
सड़क को चिन्हित करते परिवहन आयुक्त
उन्होंने बताया कि इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य यह जानना है कि जिन स्थानों को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिह्नित किया गया था, वहां पिछले पांच से छह वर्षों में क्या परिवर्तन हुए हैं, क्या अब भी वहां दुर्घटनाएं हो रही हैं और अगर हो रही हैं तो उनके पीछे क्या कारण हैं।
नैनीताल का सफर अब महंगा हुआ : प्रवेश शुल्क के बाद अब जू टिकट में भी बढ़ोतरी
राजीव मेहरा ने बताया कि लीड एजेंसी की टीम के साथ शुक्रवार को नैनीताल जिले के अधिकारियों ने भी निरीक्षण किया। इस दौरान यह मूल्यांकन किया जा रहा है कि इन ब्लैक स्पॉट्स पर दुर्घटनाओं को कम करने या रोकने के लिए और कौन से प्रभावी कदम उठाए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में वाहन चालकों की लापरवाही, वाहनों की तकनीकी खराबी और सड़क की भौतिक स्थिति शामिल हैं।
ब्लैक स्पॉट्स के बाबत जानकारी देते परिवहन आयुक्त राजीव मेहरा
परिवहन आयुक्त ने बताया कि इन सभी पहलुओं का समग्र मूल्यांकन करने के बाद यह तय किया जाएगा कि किसी विशेष ब्लैक स्पॉट पर बार-बार दुर्घटनाएं क्यों होती हैं और उनके स्थायी समाधान के लिए क्या सुधारात्मक कदम उठाए जा सकते हैं।
राजीव मेहरा ने बताया कि रामनगर क्षेत्र में ही आठ ब्लैक स्पॉट चिह्नित हैं। इन स्थलों पर स्थानीय प्रशासन, लीड एजेंसी, पुलिस, लोक निर्माण विभाग और एनएचएआई के संयुक्त प्रयासों से सुधारात्मक सिफारिशें तैयार की जाएंगी, जिन्हें उच्च अधिकारियों को भेजा जाएगा। इसके बाद संबंधित विभागों को निर्देशित किया जाएगा कि उन स्थानों पर आवश्यक सुधार कार्य किया जाए, ताकि भविष्य में वहां किसी प्रकार की दुर्घटना की पुनरावृत्ति न हो।
नैनीताल में जुटेंगी देशभर की महिला बॉक्सर, रिंग में दिखाएंगी अपना दम
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है और इसके लिए जमीनी स्तर पर ठोस कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे सड़क सुरक्षा को और मजबूत किया जा सके।
Beta feature
Beta feature