

देश के कई हिस्सों में जहां मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है, वहीं कुछ राज्यों में बारिश की कमी से भीषण गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। उत्तर भारत, मध्य भारत और दक्षिण भारत में मौसम का मिजाज अलग-अलग दिखाई दे रहा है।
देशभर में मानसून का असर
New Delhi: देशभर में मानसून ने कई राज्यों में जोर पकड़ लिया है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना और तमिलनाडु में पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है। वहीं दूसरी ओर, दिल्ली-NCR, उत्तर प्रदेश और बिहार में बारिश की कमी के चलते गर्मी और उमस लोगों को परेशान कर रही है। मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है।
दिल्ली-NCR में बारिश की संभावना कम
राजधानी दिल्ली और एनसीआर में बीते 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने बताया कि बुधवार, 20 अगस्त 2025 को दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और बहुत हल्की बारिश की संभावना है। तापमान सामान्य से 1-2 डिग्री सेल्सियस कम रहने का अनुमान है। हालांकि अगले 2-3 दिनों तक लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिलने की उम्मीद कम ही है।
उत्तर प्रदेश और बिहार में बारिश का इंतजार
उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। राज्य के अधिकांश जिलों में अधिकतम तापमान 34 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। सोमवार को केवल 1-2 जिलों में ही हल्की बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 23 और 24 अगस्त को भारी बारिश हो सकती है। तब तक गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
बिहार में भी हालात कुछ ऐसे ही बने हुए हैं। अगले 2-3 दिनों तक राज्य में गर्मी का असर बना रहेगा। मौसम विभाग ने 22 से 25 अगस्त के बीच बिहार में भारी बारिश की संभावना जताई है, जिससे लोगों को कुछ राहत मिल सकती है।
पहाड़ी राज्यों में लैंडस्लाइड का खतरा
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। भूस्खलन और सड़कें बंद होने जैसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। हालांकि उत्तराखंड में बीते दो दिनों में कुछ इलाकों में धूप भी निकली है, लेकिन मौसम विभाग ने 23 से 25 अगस्त के बीच फिर से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
लैंडस्लाइड का खतरा अब भी बना हुआ है और प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है। हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में भी भारी वर्षा की वजह से यात्रियों और स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।