

फ्रांस सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। फ्रांस की स्वास्थ्य और परिवार मंत्री कैथरीन वौट्रिन ने घोषणा की है कि देश में सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
फ्रांस में धूम्रपान पर प्रतिबंध (सोर्स-इंटरनेट)
नई दिल्ली: स्वास्थ्य को होने वाले गंभीर नुकसान को देखते हुए फ्रांस सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। फ्रांस की स्वास्थ्य और परिवार मंत्री कैथरीन वौट्रिन ने घोषणा की है कि देश में सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। यह नया कानून जुलाई 2025 से प्रभाव में आएगा और इसका उद्देश्य भविष्य की पीढ़ियों को तंबाकू के दुष्प्रभावों से सुरक्षित रखना है।
स्वास्थ्य मंत्री ने गुरुवार को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि अब भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थान जैसे कि बस स्टॉप, पार्क, समुद्र तट, रेस्तरां के बाहर के इलाके और स्कूलों के आसपास धूम्रपान करना प्रतिबंधित होगा। यह फैसला बच्चों और युवाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
क्या है नया नियम?
कैथरीन वौट्रिन ने स्पष्ट किया कि जहां-जहां बच्चे मौजूद होते हैं, वहां सिगरेट पीना पूरी तरह से बंद होना चाहिए। नियम का उल्लंघन करने वालों पर 35 यूरो (लगभग ₹3,200) का जुर्माना लगाया जाएगा। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि कैफे की टेरेस और इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट को इस प्रतिबंध से फिलहाल छूट दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्री का यह भी कहना है कि यह फैसला केवल कानून लागू करने का नहीं बल्कि समाज में तंबाकू के प्रति दृष्टिकोण बदलने का प्रयास है।
फ्रांस में तंबाकू से जुड़ी चिंताजनक स्थिति
फ्रांस में हर दिन तंबाकू से लगभग 200 लोगों की मौत होती है। यह आंकड़ा हर साल 75,000 मौतों तक पहुंचता है, जो देश की स्वास्थ्य प्रणाली पर गंभीर बोझ डालता है। हाल ही में प्रकाशित फ्रेंच ऑब्जर्वेटरी फॉर ड्रग्स एंड एडिक्टिव ट्रेंड्स की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांस में 18 से 75 वर्ष की आयु के करीब 25 प्रतिशत लोग रोजाना धूम्रपान करते हैं।
ब्रिटेन के बाद फ्रांस की पहल
फ्रांस का यह फैसला ब्रिटेन की तर्ज पर लिया गया है, जहां हाल ही में धूम्रपान पर इसी प्रकार के कड़े प्रतिबंध लागू किए गए थे। दोनों देशों का मानना है कि तंबाकू पर नियंत्रण से आने वाले वर्षों में जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों में भारी गिरावट लाई जा सकती है।
भारत की स्थिति और भी गंभीर
जहां फ्रांस में तंबाकू से हर साल 75,000 मौतें होती हैं, वहीं भारत में यह आंकड़ा और भी भयानक है। WHO की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में प्रत्येक वर्ष तंबाकू से 1.35 मिलियन (13.5 लाख) लोगों की मौत होती है। यह हर दिन करीब 3,699 मौतों और हर घंटे 154 मौतों के बराबर है।