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थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा पर जारी संघर्ष ने नया रूप ले लिया है। हवाई हमले और रणनीतिक बमबारी से स्थानीय नागरिकों में भय बढ़ा है। राष्ट्रपति ट्रंप ने संघर्ष रोकने का दावा किया, लेकिन हालात अभी भी तनावपूर्ण हैं। होटल और पुल जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर हमले से स्थानीय लोग डर और आतंक में हैं।
थाईलैंड-कंबोडिया सीमा पर तनाव
Bangkok: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहे सीमा संघर्ष में लगातार बढ़ती तनावपूर्ण स्थिति ने एक नया रूप ले लिया है। बीते कुछ दिनों से दोनों देशों की सेनाओं के बीच सशस्त्र टकराव और हमले तेजी से बढ़ रहे हैं। शनिवार को भी थाईलैंड की वायुसेना ने कंबोडिया की सीमा के पास हवाई हमला किया।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार की सुबह लगभग 5:50 बजे, थाईलैंड की वायुसेना ने दो एफ-16 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल करते हुए कंबोडिया के पश्चिमी प्रांत बट्टमबोंग के त्मोर दा शहर में स्थित एक होटल पर बम गिराए। पांच मिनट बाद यानी 5:55 बजे उसी इलाके में एक और होटल को निशाना बनाया गया। यह हमले सीमावर्ती शहरों में नागरिक सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी के रूप में देखे जा रहे हैं।
होटलों पर हमले के बाद थाई सेना ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पुलों को निशाना बनाया। सुबह 6:02 बजे, थाई सेना ने चेई चोम्नास पुल को नष्ट करने के उद्देश्य से एक बम गिराया। इसके पांच मिनट बाद, 6:07 बजे उसी पुल पर दूसरा हमला किया गया। उसके बाद, 6:12 बजे, पुराने पुल (ओल्ड ब्रिज) को भी निशाना बनाया गया। इस हमले से न केवल स्थानीय नागरिक प्रभावित हुए, बल्कि परिवहन और व्यापार में भी बाधा उत्पन्न हुई है।
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इस सीमा विवाद के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक बड़ा दावा किया था। उन्होंने कहा था कि वह केवल एक फोन कॉल के माध्यम से थाईलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहे संघर्ष को रोक सकते हैं। ट्रंप ने जोर देकर कहा कि वह शक्ति और कूटनीति दोनों का इस्तेमाल कर शांति स्थापित करने के प्रयास में हैं। हालांकि, ट्रंप के इस दावे के बाद भी हालात पर कोई तत्काल प्रभाव नहीं पड़ा और सीमा पर हमले लगातार जारी रहे।
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद लंबे समय से चले आ रहे हैं। इस क्षेत्र में ऐतिहासिक रूप से दोनों देशों के बीच भूमि अधिकार, प्राकृतिक संसाधन और सुरक्षा कारणों को लेकर मतभेद रहे हैं। हाल के वर्षों में, इस विवाद ने सैन्य टकराव का रूप ले लिया है, जिससे स्थानीय जनता में भय और असुरक्षा की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
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थाईलैंड और कंबोडिया में बढ़ते तनाव पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की भी चिंता बढ़ती जा रही है। कई देशों और वैश्विक संगठनों ने आपसी संवाद और शांति स्थापित करने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र और ASEAN के सदस्य देशों ने दोनों पक्षों से संघर्ष विराम और कूटनीतिक वार्ता के माध्यम से समाधान निकालने की सलाह दी है।
स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा इस समय गंभीर चुनौती बन गई है। होटल और पुल जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर हमले से स्थानीय लोग डर और आतंक में हैं। प्रशासन ने नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के आदेश दिए हैं। हालांकि, कई लोग अपने घरों और व्यवसायों को छोड़ने में असमर्थ हैं।