

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर मुंबई में बैठक कर रहे हैं। दोनों नेता भारत-यूके विजन 2035, व्यापार, निवेश, तकनीकी सहयोग और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। बैठक के बाद सीईओ फोरम और ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में भाग लेंगे।
Modi-Stormer बैठक मुंबई में जारी
Mumbai: मुंबई में इस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की अहम बैठक जारी है। यह बैठक दोनों देशों के आपसी संबंधों को और मजबूत करने और भारत-यूके विजन 2035 के तहत निर्धारित कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित की गई है।
प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद अपने पहले भारत दौरे पर आए पीएम स्टार्मर का मुंबई में राजभवन में स्वागत किया गया। इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, रक्षा, तकनीकी सहयोग और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की जा रही है। साथ ही भारत-ब्रिटेन कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक एंड ट्रेड एग्रीमेंट (सीईटीए) और वैश्विक-क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार किया जाएगा। दोनों नेता अपने-अपने प्रतिनिधिमंडलों के साथ मौजूद हैं और बैठक में समयबद्ध कार्यक्रमों, रणनीतिक साझेदारियों और भविष्य की योजनाओं पर भी विचार-विमर्श कर रहे हैं।
#WATCH || मुंबई (महाराष्ट्र): प्रधानमंत्री #नरेंद्र_मोदी ने राजभवन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री #कीर_स्टार्मर का स्वागत किया।
▪️पीएम मोदी और ब्रिटेन के पीएम #कीर_स्टार्मर के बीच आज मुम्बई में वार्ता होगी।#Maharashtra #NarendraModi #UK #KeirStarmer #RajBhavan #Mumbai pic.twitter.com/YzMY67n9lz
— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) October 9, 2025
जुलाई 2025 में पीएम मोदी की लंदन यात्रा के दौरान पीएम स्टार्मर ने भारत-यूके विजन 2035 का समर्थन किया था। यह दोनों देशों के बीच सहयोग और साझा विकास की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मुंबई में यह बैठक भी इसी विजन को साकार करने की दिशा में अहम कदम मानी जा रही है।
बैठक के बाद पीएम मोदी और ब्रिटिश पीएम स्टार्मर मुंबई के जिओ वर्ल्ड सेंटर में आयोजित सीईओ फोरम में भाग लेंगे। इस फोरम में भारत और ब्रिटेन के प्रमुख उद्योगपतियों और व्यापारियों की भागीदारी होगी। इसके बाद लगभग 2:45 बजे दोनों नेता ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) के छठे संस्करण में शामिल होंगे और मुख्य भाषण देंगे। इस कार्यक्रम में 75 से अधिक देशों के एक लाख से अधिक प्रतिभागी, 7500 कंपनियां, 800 वक्ता और 400 प्रदर्शक हिस्सा ले रहे हैं।
ब्रिटिश पीएम स्टार्मर ने अपने दौरे के पहले दिन मुंबई में शीर्ष उद्योगपतियों और व्यापारिक नेताओं से मुलाकात के दौरान कहा था कि भारत के साथ यह सबसे बड़ा व्यापार समझौता है और इसे केवल कागज का टुकड़ा नहीं बल्कि विकास का लॉन्चपैड माना जाना चाहिए। इस समझौते के माध्यम से दोनों देशों के बीच व्यापार तेज और सस्ता होने की संभावना है।