

ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की पहली भारत यात्रा ने दोनों देशों के रिश्तों को नई दिशा दी। पीएम मोदी और स्टारमर के बीच आतंकवाद के खिलाफ साझा मोर्चा बनाने का संकल्प लिया गया। इस दौरान व्यापार समझौते पर भी सकारात्मक चर्चा हुई।
पीएम मोदी और स्टार्मर
New Delhi: ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर 8 से 9 अक्टूबर तक अपनी पहली आधिकारिक भारत यात्रा पर हैं। इस यात्रा के दौरान उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई। दोनों नेताओं के बीच यह बैठक द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस मुलाकात के बाद दोनों देशों ने आतंकवाद और व्यापार जैसे अहम मुद्दों पर अपने रुख को साझा किया और एक नई साझेदारी की दिशा में कदम बढ़ाए।
भारत और ब्रिटेन के बीच जारी किए गए संयुक्त बयान में आतंकवाद और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ साझा मोर्चा बनाने का ऐलान किया गया। विशेष रूप से, अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की गई। पीएम मोदी और स्टारमर ने आतंकवाद के हर रूप और उसके समर्थकों के खिलाफ वैश्विक स्तर पर सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया। यह बयान पाकिस्तान जैसे देशों के खिलाफ एक स्पष्ट संदेश के रूप में देखा जा रहा है, जहां से सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा दिया जाता है।
पीएम मोदी और स्टार्मर
मुलाकात में भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते (CETA) को शीघ्र अनुमोदित करने पर जोर दिया गया। पीएम मोदी ने इसे दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं के लिए "गेम चेंजर" बताते हुए कहा कि इस समझौते से दोनों देशों के बीच व्यापार में बढ़ोतरी की उम्मीद है। वहीं, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने भारत में निवेश और नवाचार के नए अवसरों की ओर संकेत करते हुए कहा कि ब्रिटेन इस क्षेत्र में अपनी भूमिका को मजबूत करना चाहता है।
CETA पर चर्चा से यह साफ है कि ब्रिटेन भारत के साथ अपने व्यापारिक रिश्तों को और अधिक मजबूत करना चाहता है। दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों में यह समझौता महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस समझौते से ना केवल दोनों देशों के व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि निवेश और तकनीकी साझेदारी में भी सकारात्मक बदलाव आएगा।
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ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने जुलाई में भारत दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात की थी। स्टारमर ने कहा कि भारत की मेज़बानी उनके लिए गर्व की बात थी और इस यात्रा को लेकर वह बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और ब्रिटेन के रिश्ते अब सिर्फ इतिहास से नहीं, बल्कि भविष्य के साझेदारी के दृष्टिकोण से परिभाषित होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और ब्रिटेन को "नेचुरल पार्टनर्स" बताते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच लोकतंत्र, आजादी, और कानून के राज जैसी साझा मूल्यों पर आधारित मजबूत साझेदारी है। वहीं, ब्रिटिश पीएम स्टारमर ने इसे "नए, आधुनिक साझेदारी" की शुरुआत करार दिया और दोनों देशों के बीच भविष्य के अवसरों पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही। यह एक नई और उत्साही साझेदारी का संकेत है, जो आने वाले वर्षों में द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जा सकती है।
दोनों देशों ने आतंकवाद और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर वैश्विक स्तर पर कार्रवाई की जरूरत को महसूस किया। भारत और ब्रिटेन ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के खिलाफ ठोस कार्रवाई का संकल्प लिया। इस बयान से पाकिस्तान जैसे देशों पर अंतरराष्ट्रीय दबाव और बढ़ सकता है, जो सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं।