

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में दबंगों द्वारा एक परिवार के साथ मारपीट और ज़मीन कब्जाने का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उन्होंने दबंगों से पैसे लेकर पीड़ित के खिलाफ ही कार्रवाई की। पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक मैनपुरी से न्याय की गुहार लगाई है।
न्याय की गुहार में भटक रहा परिवार
Mainpuri News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जहां एक ओर दबंगों और भू-माफियाओं पर सख्त कार्रवाई के दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर मैनपुरी जिले के कुर्रा थाना क्षेत्र से एक ऐसा मामला सामने आया है, जो इन दावों की सच्चाई पर सवाल खड़े करता है। कुर्रा थाना क्षेत्र के गांव विनायकपुर निवासी कृष्ण देवी अपने परिवार के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचीं और एक शिकायती पत्र सौंपते हुए गांव के कुछ दबंगों पर घर में घुसकर लाठी-डंडों, सरिया और कुल्हाड़ी से हमला करने का आरोप लगाया।
पीड़िता ने लगाए गंभीर आरोप
पीड़िता ने अपने पत्र में गांव के ही बलराम पुत्र सतीश, प्रेमसखी पुत्री पप्पू, रेनू पत्नी बलराम और कुशमा पत्नी सतीश पर हमला करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि दबंगों ने उनके घर में घुसकर बेरहमी से मारपीट की। जिससे परिवार के कई सदस्यों को गंभीर चोटें आई हैं। पीड़िता के बेटे गिरजेश ने बताया कि वह अपने ताऊ की सेवा करता था, और इसी सेवा भाव के चलते ताऊ ने 5 बीघा जमीन का बैनामा उसके नाम कर दिया था। इसके अलावा ताऊ ने अपनी चल-अचल संपत्ति की वसीयत भी गिरजेश के नाम की थी।
जमीन विवाद बना उत्पीड़न की वजह
गिरजेश ने बताया कि परिवार के कुछ सदस्य अब उस ज़मीन पर कब्जा करना चाहते हैं, जो वैध रूप से उनके नाम है। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो दबंगों ने हमला कर दिया। सबसे चिंताजनक बात यह है कि गिरजेश ने पुलिस पर मिलीभगत का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कुर्रा थाना प्रभारी विपक्षी पक्ष से मिलकर उनकी ज़मीन कब्जाने में मदद कर रहे हैं।
पुलिस पर भ्रष्टाचार के आरोप
गिरजेश और उनके परिवार का कहना है कि जब उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज करानी चाही, तो थाना प्रभारी ने 20,000 रुपये की रिश्वत मांगी। वहीं दूसरी ओर, विरोधी पक्ष से 50,000 रुपये लेकर पीड़ित परिवार के खिलाफ ही कार्रवाई की गई। गिरजेश को ग़लत मुकदमे में फंसाकर जेल भेज दिया गया, और उनके एक अन्य परिजन को अब भी थाने में बैठा कर रखा गया है। पीड़ितों का आरोप है कि दबंगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही, जबकि वे खुलेआम धमकी दे रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार
पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक मैनपुरी से न्याय की मांग की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की है। उन्होंने आग्रह किया है कि पुलिस के भ्रष्ट अधिकारियों की जांच कर उन्हें निलंबित किया जाए और हमलावरों के खिलाफ IPC की सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए।