

शराबी बड़े बेटे और बहू की शिकायत करना एक महिला को भारी पड़ गया। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
वृद्ध मां-बेटे को परिवार ने पीटा
फर्रुखाबाद: जिले के कोतवाली क्षेत्र के नाला सिम्त सुमाल मोहल्ले की एक वृद्ध महिला द्वारा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान से शिकायत करना उसे और उसके छोटे बेटे को बेहद महंगा पड़ गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, पीड़िता किरन शुक्ला ने अपने शराबी बड़े बेटे और बहू के खिलाफ हिंसा व उत्पीड़न की शिकायत की थी, लेकिन शिकायत के बाद घर लौटने पर उन पर हमला कर दिया गया।
घर पहुंचते ही बेटा-बहू ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
जानकारी के अनुसार, शिकायत के बाद जब किरन शुक्ला घर लौटीं तो उनके बड़े बेटे और बहू ने गाली-गलौज और मारपीट शुरू कर दी। पीड़िता को बचाने पहुंचे छोटे बेटे शिवांशु शुक्ला को भी नहीं बख्शा गया। मां-बेटे दोनों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। जिससे वे बुरी तरह घायल हो गए। शिकायत के बाद घर लौटने पर उन पर हमला कर दिया गया।
थाना और चौकी में लगाई गुहार
इस घटना के तुरंत बाद पीड़िता ने तिकोना चौकी और फर्रुखाबाद कोतवाली में जाकर न्याय की गुहार लगाई, लेकिन किसी भी स्तर पर उनकी सुनवाई नहीं हुई। थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उल्टे उन्हें वापस घर भेज दिया और मेडिकल जांच या उपचार तक की व्यवस्था नहीं कराई।
राज्य महिला आयोग अध्यक्ष के सामने फूट-फूटकर रोया पीड़ित
न्याय न मिलने से हताश शिवांशु शुक्ला अपनी माँ के साथ एक बार फिर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान के पास पहुंचे, जो उस समय जिला अस्पताल लोहिया में निरीक्षण कर रही थीं। पीड़ित ने उनके सामने रो-रोकर अपना दुख बयां किया।
अध्यक्ष ने कई बार थाने में किया कॉल
पीड़िता की बात सुनने के बाद डॉ. चौहान ने तुरंत संबंधित थाना प्रभारी को कई बार फोन मिलाया, लेकिन फोन नहीं उठाया गया। उन्होंने पीड़ित को हरसंभव कार्यवाही और न्याय दिलाने का भरोसा दिया है।
सवालों के घेरे में प्रशासन
इस पूरे घटनाक्रम ने पुलिस की संवेदनहीनता और लापरवाही को उजागर कर दिया है। जहां एक ओर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष पीड़िता की बात सुन रही थीं, वहीं स्थानीय पुलिस ने पीड़ित महिला को उपचार तक के लिए अस्पताल नहीं भेजा और उसे घर लौटा दिया।