

उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की बारिश और ठंड का असर बढ़ रहा है, वहीं मैदानी क्षेत्रों में तेज धूप और ठंडी हवाओं के बीच सुबह-शाम की ठंड महसूस की जा रही है। इसे लेकर मौसम विज्ञान केंद्र ने आगामी बारिश की संभावना जताई है।
उत्तराखंड में मौसम का बड़ा बदलाव (सोर्सृ- गूगल)
Dehradun: इन दिनों उत्तराखंड के पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों के मौसम में एक बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। जहां पहाड़ी इलाकों में हल्की बारिश और ठंड की दस्तक हो चुकी है, वहीं मैदानी जिलों में चटख धूप देखने को मिल रही है। इस मौसम परिवर्तन का असर लोगों के दिनचर्या पर भी पड़ रहा है और उन्हें सुबह-शाम के वक्त ठंड का एहसास हो रहा है।
उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में इन दिनों हल्की बूंदाबांदी हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, आज (शुक्रवार) को राज्य के पांच जिलों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ बारिश हो सकती है। इन जिलों में चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और उत्तरकाशी शामिल हैं। बारिश के चलते ठिठुरन में और बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों को ठंड का सामना करना पड़ेगा।
देहरादून की बात करें तो गुरुवार को सुबह और शाम के वक्त हल्की ठंड महसूस की गई। हालांकि, दिन के वक्त तेज धूप खिली रही, जिसके कारण लोगों को गर्म कपड़े पहनने से परहेज था। दोपहर के वक्त कभी-कभी बादल छाए और ठंडी हवाओं के कारण ठिठुरन में इजाफा हुआ। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, आज (शुक्रवार) को देहरादून में आंशिक बादल और हल्की ठंड के बीच 31 डिग्री सेल्सियस के आस-पास अधिकतम तापमान रहने की संभावना है।
बारिश और ठंड की संभावना (सोर्स- गूगल)
गुरुवार को राज्य के विभिन्न स्थानों पर तापमान में मामूली उतार-चढ़ाव देखा गया। देहरादून का न्यूनतम तापमान 17.8°C, पंतनगर का 16.6°C, मुक्तेश्वर का 11.3°C और नई टिहरी का न्यूनतम तापमान 11.6°C दर्ज किया गया। पहाड़ी इलाकों में तापमान सामान्य बना हुआ है, लेकिन रात के समय पाला पड़ने की संभावना है, जिससे ठंड में इजाफा हो सकता है।
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मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, आगामी दिनों में पहाड़ी इलाकों में अधिक बारिश की संभावना है, जिसका असर मैदानी क्षेत्रों में भी देखा जा सकता है। तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है, और ठंड बढ़ सकती है। इस बदलाव के कारण उत्तराखंड के निवासियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, खासकर उन क्षेत्रों में जो अत्यधिक ठंड और बारिश से प्रभावित हो सकते हैं।