

तराई केंद्रीय वन प्रभाग की टांडा रेंज टीम ने सागौन की अवैध लकड़ी से भरी अर्टिगा कार पकड़ी और एक तस्कर को गिरफ्तार किया। यह लकड़ी तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई है, जिसमें कार के साथ तस्करी के अन्य आरोपी भी शामिल थे।
लालकुआं में सागौन की तस्करी का खुलासा (सोर्स- गूगल)
Nainital: तराई केंद्रीय वन प्रभाग के टांडा रेंज की टीम ने अवैध सागौन तस्करी के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में टीम ने एक सफेद रंग की अर्टिगा कार को पकड़ने में सफलता हासिल की, जिसमें बेशकीमती सागौन की लकड़ी छिपाकर लाई जा रही थी। पुलिस ने एक तस्कर को गिरफ्तार भी किया है और उसकी पूछताछ जारी है।
टांडा रेंज के वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम ने बताया कि उन्हें कुछ दिनों से साहपठानी गुर्जर खत्ता क्षेत्र में सागौन की तस्करी के संबंध में शिकायतें मिल रही थीं। इसके बाद, डिप्टी रेंजर विरेंद्र परिहार के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई और गश्त तथा निगरानी बढ़ा दी गई। टीम को यह सूचना मिली थी कि लकड़ी तस्करी का एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है, जिससे वन विभाग की सतर्कता बढ़ गई।
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बुधवार शाम लगभग पांच बजे वन विभाग की टीम को टांडा जंगल में सफेद रंग की एक अर्टिगा कार दिखी। कार की गतिविधियों पर शक होने के बाद टीम ने इलाके की घेराबंदी की और कार को रुकवाकर तलाशी ली। तलाशी के दौरान, कार से सागौन की दो गिल्टें बरामद की गईं। इन गिल्टों की कीमत करीब 50 हजार रुपये आंकी गई है।
वन विभाग की बड़ी कार्रवाई (सोर्स- गूगल)
यह जानकारी सामने आई है कि इन गिल्टों को अर्टिगा कार में छिपाकर तस्करी की जा रही थी। सागौन की लकड़ी की तस्करी में शामिल तस्कर ने अपनी पहचान आकाश सिंह के रूप में की, जो साहपठानी गुर्जर खत्ता का निवासी है और वर्तमान में जवाहर नगर वार्ड नंबर तीन लालकुआं में रह रहा था।
आरोपी ने पूछताछ के दौरान यह स्वीकार किया कि वह अकेला इस तस्करी का हिस्सा नहीं था। उसने बताया कि इस अवैध कारोबार में उसके कुछ और साथी भी शामिल हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। आरोपी के खिलाफ वन विभाग ने मामला दर्ज कर लिया है और अर्टिगा कार को सीज कर दिया गया है।
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वन विभाग की टीम ने तस्करी के इस मामले में पूरी गंभीरता से काम किया है और अब तस्करी से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। वन अधिकारियों ने बताया कि इसके पहले भी भारत सरकार और दूध की गाड़ियों के जरिए सागौन की लकड़ी की तस्करी के मामले सामने आ चुके हैं।