हरिद्वार में आयुर्वेद विश्वविद्यालय में बरपा हंगामा, जाने शिक्षकों ने क्यों खोला मोर्चा

उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों ने हरिद्वार में जोरदार प्रदर्शन किया। यह विरोध आयुर्वेद विश्वविद्यालय टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले आयोजित किया गया।

Post Published By: Rohit Goyal
Updated : 1 July 2025, 1:58 PM IST
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हरिद्वार: उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों ने चार महीने से लंबित वेतन को लेकर मंगलवार को हरिद्वार में जोरदार प्रदर्शन किया। यह विरोध आयुर्वेद विश्वविद्यालय टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले आयोजित किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय के तीनों परिसरों—हरिद्वार, देहरादून और ऋषिकेश—से आए शिक्षकों, चिकित्सा अधिकारियों और अन्य स्टाफ ने भाग लिया।

एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रोफेसर अवधेश मिश्रा ने कहा कि सरकारी कर्मियों को समय पर वेतन मिलना उनका अधिकार है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन इस दायित्व को निभाने में विफल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि शासन स्तर पर पत्राचार और वित्तीय प्रक्रियाएं समयबद्ध नहीं की जा रही हैं, जिससे सभी कर्मचारी मानसिक और आर्थिक तनाव से गुजर रहे हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार संघ के कोषाध्यक्ष प्रोफेसर संजय त्रिपाठी ने कहा कि जुलाई माह में बच्चों की स्कूल फीस, किताबें, कॉपियां जैसी आवश्यकताओं के लिए पैसा चाहिए होता है, लेकिन लगातार चार महीने से वेतन न मिलने के कारण कर्मचारियों को अपने घर चलाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से नियमित वेतन भुगतान के लिए त्वरित और स्थाई समाधान की मांग की।

प्रदर्शन के दौरान विश्वविद्यालय के प्रभारी कुल सचिव प्रोफेसर ए.पी. सिंह ने मौके पर पहुंचकर शिक्षकों और कर्मचारियों से संवाद किया। उन्होंने बताया कि शासन से संबंधित सभी आवश्यक दस्तावेज तैयार कर लिए गए हैं और 1 जुलाई को होने वाली वेतन एवं बजट बैठक में इस मुद्दे के समाधान की पूरी संभावना है।

शिक्षकों ने यह भी मांग रखी कि पूर्व की तरह ट्रेजरी प्रणाली से वेतन भुगतान फिर से शुरू किया जाए, ताकि बार-बार वेतन में होने वाली देरी से स्थाई राहत मिल सके।

विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव प्रो. ओ.पी सिंह से वार्ता पर उन्होंने कहा कि शासन को जो भी जवाब और पत्र इत्यादि मांगे गए हैं उनको तैयार कर लिया गया है और एक जुलाई शासन में होने वाली वेतन एवं बजट संबंधी बैठक में समाधान होने का आश्वासन दिया।

प्रदर्शन में प्रो. पंकज शर्मा, प्रो. मीना रानी आहूजा, प्रो. विपिन पांडे, प्रो. उत्तम शर्मा, डॉ. सुनील गुप्ता, डॉ. मयंक भट्ट कोटी, डॉ. देवेश शुक्ला, डॉ. दीपशिखा, डॉ. शिखा पांडे, डॉ. शोभित, डॉ. आलोक श्रीवास्तव, डॉ. राजीव करेले सहित अनेक शिक्षक और कर्मचारी शामिल रहे। सभी ने एक स्वर में चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं निकला तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।

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