

उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियां के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
छात्रों को योगाभ्यास कराते योग टीचर
टिहरी गढ़वाल: जनपद में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। योग को आज समूचे विश्व में संजीवनी माना जा रहा है। यही वजह है कि आज विश्व के देशों में योगा के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार प्रसार का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार योग को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बढ़ावा देने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल को स्वास्थ्य संवर्धन के लिए लाभकारी माना जा रहा है।
आमजन स्वास्थ्य की प्रति सजग रहें, और योग को दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनाएं, इसी मकसद को लेकर टिहरी जनपद के आयुर्वेदिक विभाग ने आगामी 21 जून को 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को भव्य रूप से मनाने के लिए अभी से प्रचार-प्रसार की जोरदार तैयारियां शुरू कर दी हैं।
करो योग, रहो निरोग की क्रिया पद्धति को धरातल पर उतारने के मकसद से जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉक्टर सुभाष चंद और अपर जिला आयुर्वेदिक एवं
यूनानी अधिकारी डॉक्टर वंदना डंगवाल के निर्देशन में, आयुर्वेदिक विभाग द्वारा पुलिस ट्रेनिंग सेंटर नरेंद्रनगर एवं धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय में योग की कार्यशालाएं आयोजित की गई हैं।
योग प्रशिक्षक पूनम गुसाईं, पुलिस ट्रेनिंग सेंटर के प्रधानाचार्य ददन पाल एवं आयुष विभाग के नोडल अधिकारी आनंद श्रीवास्तव ने पुलिस जवानों सहित धर्मानंद उनियाल महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को योग का महत्व को समझाया।
उन्होंने बताया कि योग सिर्फ एक दिन की क्रिया प्रणाली नहीं है, बल्कि स्वस्थ जीवन जीने के लिए योग को दैनिक जीवन में अपनाना चाहिए।
योग प्रशिक्षकों ने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव के बाद संयुक्त राष्ट्र द्वारा पहली बार 21 जून 2015 से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि योग शरीर और मन के बीच सामंजस्य पूर्ण संतुलन बनाए रखने के साथ शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक व अनुशासनात्मक जैसी क्रियाकलापों को समृद्धि प्रदान करती है। योग की इस जागरूकता अभियान में युवक-युवतियां सहित बच्चे -बूढ़े सभी दिलचस्पी व उत्साह के साथ हिस्सा ले रहे हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के प्रत्येक विकासखंड में योग शिविर आयोजित किए जाएंगे। साथ ही योग के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने के लिए "योग मैराथन" का आयोजन भी तय हुआ। जिसमें सभी आयु वर्ग के नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
जून के पहले सप्ताह में एक वृहद योग एवं आयुष मेला का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा, होम्योपैथी सहित विभिन्न आयुष पद्धतियों की जानकारी और सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अतिरिक्त ग्राम सभा स्तर पर भी “ग्राम योग कार्यक्रम” आयोजित कर योग को ग्रामीण जनजीवन से जोड़ा जाएगा।
डीएम ने कहा कि योग केवल अभ्यास नहीं, बल्कि स्वस्थ जीवन का माध्यम है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को जन-जन तक पहुँचाने के लिए सभी संबंधित विभाग समन्वय बनाकर कार्य करें, जिससे यह आयोजन जनसहभागिता के माध्यम से सफल एवं प्रभावशाली बन सके।