

हरिद्वार पुलिस ने बहादराबाद क्षेत्र में 8.65 ग्राम स्मैक के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया। “मिशन ड्रग्स फ्री देवभूमि” अभियान के तहत की गई यह कार्रवाई नशे के खिलाफ बड़ी सफलता है। पढ़ें पूरी खबर
थाना बहादराबाद हरिद्वार (सोर्स- इंटरनेट)
Haridwar: हरिद्वार को "ड्रग्स फ्री देवभूमि" बनाने की दिशा में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए पुलिस ने एक नशा तस्कर को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई "मिशन ड्रग्स 3 देवभूमि" के तहत की गई, जो नशे के खिलाफ हरिद्वार पुलिस द्वारा चलाया जा रहा विशेष अभियान है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार घटना थाना बहादराबाद क्षेत्र की है, जहां पुलिस की नियमित निगरानी और सघन चेकिंग अभियान के तहत रिसर्च कॉलोनी के पास एक खंडहर में संदिग्ध स्थिति में मौजूद एक व्यक्ति को पकड़ा गया। पूछताछ और तलाशी के दौरान उसके पास से 8.65 ग्राम अवैध स्मैक, एक इलेक्ट्रॉनिक तराजू और ₹700 नगद बरामद किए गए।
आरोपी की हुई पहचान
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान अकरम पुत्र मोहम्मद निवासी गुलजार का मकान मस्जिद वाली गली थाना बहादराबाद के रूप में हुई है। उसके विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
एसएसपी ने दिए सख्त निर्देश
इस अभियान का नेतृत्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हरिद्वार द्वारा किया जा रहा है, जिन्होंने नशा तस्करों की कमर तोड़ने के लिए जिले भर में सख्त अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। बहादराबाद पुलिस चौकी की टीम जिसमें वरिष्ठ उप निरीक्षक प्रदीप राठौर, चौकी प्रभारी अमित नौटियाल, कांस्टेबल वीरेंद्र चौहान और मुकेश नेगी शामिल थे, जिन्होंने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
पुलिस प्रशासन का स्पष्ट संदेश
हरिद्वार पुलिस ने एक बार फिर दोहराया है कि नशे के सौदागरों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस प्रशासन का स्पष्ट संदेश है कि नशे के अवैध कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे और ऐसे अपराधियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अभियान निरंतर जारी
हरिद्वार को नशा मुक्त बनाने का यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। पुलिस द्वारा आम जनता से भी अपील की गई है कि वे नशा तस्करी जैसी गतिविधियों की सूचना तुरंत नजदीकी थाने या पुलिस हेल्पलाइन पर दें, ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके। हरिद्वार पुलिस की यह कार्रवाई निश्चित ही नशा मुक्त समाज की दिशा में एक मजबूत कदम है, जो देवभूमि की पवित्रता को सुरक्षित रखने में सहायक सिद्ध होगी।