रामनगर में शिक्षक संघ का कोड “सीधी भर्ती नहीं होगी, पदोन्नति चाहिए” — विधायक को ज्ञापन, 17 सितंबर को घेराव तय

रामनगर के शिक्षकों ने प्रधानाचार्य सीधी भर्ती प्रक्रिया निरस्त, सभी स्तरों पर पदोन्नति, स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू कराने की मांगों के साथ विधायक बिष्ट को ज्ञापन सौंपा। 17 सितंबर को मुख्यमंत्री आवास घेराव रैली में बड़े पैमाने पर भागीदारी तय की गई है।

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 16 September 2025, 7:00 PM IST
google-preferred

Ramnagar: ग्राम पटरानी व आसपास के इलाकों के राजकीय शिक्षक संघ के सदस्यों ने मंगलवार को विधायक दीवान सिंह बिष्ट से मिलकर शिक्षा विभाग की तीन प्रमुख मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। उक्त मांगों में शामिल थे प्रधानाचार्य सीधी भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करना, सभी स्तरों की पदोन्नति सुनिश्चित करना और स्थानांतरण प्रक्रिया को तुरंत शुरू करना।

मांगों का इतिहास और क्यों बढ़ा आंदोलन

शिक्षकों का कहना है कि वर्तमान सीधी भर्ती प्रक्रिया से वरिष्ठ अध्यापकों को अनदेखा किया जा रहा है। उन्होंने वर्षों सेवा देने के बाद पदोन्नति की अपेक्षा की थी, लेकिन नियम में सीधी भर्ती शामिल होने से उनकी उम्मीदें धूमिल हो गईं। स्थानांतरण प्रक्रिया भी वर्षों से ठप पड़ी है, जिससे कई शिक्षक दूर‑दराज के एवं मुश्किल इलाकों में तैनात रहते हुए सामाजिक व पारिवारिक दबाव झेल रहे हैं।

नैनीताल में 162 शिविरों में मिलेगी मुफ्त जांच और इलाज; जानें कब से कबतक?

प्रदर्शन की शुरुआत: ज्ञापन और आश्वासन

प्रांतीय नेताओं की मौजूदगी में, नवेंदु मठपाल ने कहा कि शिक्षा विभाग एवं सरकार ने उनकी मांगों पर निरंतर उपेक्षा की है। विधायक रामनगर बिष्ट ने शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि वे मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री से संपर्क कर इस विषय में वार्ता करवाने का प्रयास करेंगे।

17 सितंबर की रैली: बड़े पैमाने पर हिस्सा लिया जाएगा

ज्ञापन सौंपने के बाद, शिक्षक संघ ने तय किया कि प्रदेश भर से शिक्षक 17 सितंबर को देहरादून स्थित मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। इस रैली में बड़ी संख्या में शिक्षक रैली में शामिल होंगे। सरकार को चेतावनी दी गई है कि यदि उनकी मांगों को तत्काल नहीं सुना गया, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।

ग्रामीण व सुरक्षा मुद्दे बने संवेदनशील विषय

ग्राम पटरानी का भौगोलिक परिप्रेक्ष्य भी चर्चा का विषय रहा। गांव गहराई में जंगल से घिरा है, और अक्सर वन्य जीवों का आना‑जाना रहता है। बरसाती नाले उफान लेकर बहते हैं। इन परिस्थितियों में बच्चों के स्कूल जाने का रास्ता खतरनाक माना जा रहा है। शिक्षक संघ ने यह तर्क दिया कि सरकार द्वारा बस व्यवस्था या अन्य सुविधाएँ घोषित तो की गई हैं, लेकिन जमीन पर उनका अनुपालन नहीं हुआ है।

Ramnagar News: स्कूल छिना तो चुप नहीं बैठेंगे….. वन ग्राम पटरानी में फूटा शिक्षा का गुस्सा

सरकार की प्रतिक्रिया और आगे की राह

विधायक बिष्ट ने आश्वासन दिया है कि वे मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री से मिलकर शिक्षकों की समस्याएँ अधिकारियों तक पहुँचायेंगे। ज्ञापन का त्वरित उत्तर देने की मांग की गई है। शिक्षक संघ ने स्पष्ट किया है कि आंदोलन शांतिपूर्ण रहेगा, लेकिन यदि समय रहते मांगों की पूर्ति नहीं हुई तो उन्होंने “उग्र आंदोलन” की चेतावनी भी दी है।

Location :