

श्रावण मास में हरिद्वार में उमड़ने वाली भारी भीड़ और कांवड़ यात्रा की भव्यता को देखते हुए सोमवार को एक महत्वपूर्ण अंतरराज्यीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक मे कई अहम फैसले भी लिए जा सकते हैं।
कावड़ यात्रा
Haridwar: श्रावण मास में हरिद्वार में उमड़ने वाली भारी भीड़ और कांवड़ यात्रा की भव्यता को देखते हुए सोमवार को एक महत्वपूर्ण अंतरराज्यीय बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमेंद्र सिंह डोभाल के निर्देशन में हुई, जिसमें उत्तराखंड के अलावा पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ के प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य कांवड़ यात्रा को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण बनाना था। हर साल लाखों की संख्या में शिवभक्त गंगाजल लेने हरिद्वार पहुंचते हैं और ऐसे में भीड़ प्रबंधन, यातायात नियंत्रण और कानून व्यवस्था बनाए रखना बड़ी चुनौती बन जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए सभी राज्यों के अधिकारियों ने आपसी तालमेल को मजबूत करने पर जोर दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इस बैठक में विशेष रूप से डीजे और कांवड़ की लंबाई-चौड़ाई को लेकर चर्चा हुई। कई बार देखा जाता है कि कांवड़ यात्रा के दौरान बड़े-बड़े डीजे साउंड सिस्टम लगाए जाते हैं, जिनसे ध्वनि प्रदूषण और यातायात में बाधा उत्पन्न होती है। इस समस्या के समाधान के लिए डीजे की अधिकतम ऊंचाई 10 फीट और चौड़ाई 12 फीट निर्धारित की गई है। इससे न केवल आवाज की तीव्रता को नियंत्रित किया जा सकेगा बल्कि मार्ग में सुगमता भी बनी रहेगी।
एसएसपी परमेंद्र डोभाल ने स्पष्ट किया कि उत्तराखंड में डीजे पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। कुछ भ्रामक अफवाहें सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाई जा रही हैं, जिन पर श्रद्धालुओं को ध्यान न देने की अपील की गई है। उन्होंने कहा कि डीजे निर्धारित मानकों के अनुरूप ही लगाए जाएं ताकि यात्रा में अनुशासन बना रहे।
डोभाल ने कहा कि उत्तराखंड सरकार और पुलिस प्रशासन कांवड़ियों के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार हैं। सभी व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने सभी राज्यों के अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाए रखने की सलाह दी ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
उत्तराखंड पुलिस का प्रयास है कि शिवभक्त अपनी श्रद्धा और आस्था के साथ गंगाजल लेकर सकुशल अपने गंतव्य तक पहुंच सकें और यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो।