

हरिद्वार के बहादराबाद क्षेत्र से बुधवार को पुलिस की तत्परता और मानवीय संवेदनशीलता का एक मामला सामने आया है। जिसमें पुलिस ने एक बुजुर्ग महिला को सकुशल उसके परिजनों से मिलाया।
बुजुर्ग महिला को परिवार से मिलाया
Haridwar: हरिद्वार पुलिस की तत्परता और मानवीय संवेदनशीलता का एक और उदाहरण सामने आया है। बहादराबाद क्षेत्र में पुलिस ने एक बुजुर्ग महिला को सकुशल उसके परिजनों से मिलवाकर मिसाल कायम की है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार 22 जुलाई की रात बहादराबाद थाना क्षेत्र की चौकी संतसा के पास गश्त के दौरान पुलिस को एक बुजुर्ग महिला अकेली और असहाय हालत में दिखाई दी। महिला न तो अपना सही पता बता पा रही थी और न ही यह स्पष्ट कर पा रही थी कि वह कहां से आई है।
पुलिसकर्मियों ने तुरंत महिला को चौकी लाकर सबसे पहले जलपान कराया और उसे विश्वास में लेकर शांतिपूर्वक बातचीत की।
बिछुड़ी महिला को परिजनों से मिलाया
बातचीत के दौरान महिला ने बताया कि वह ऋषिकेश घूमने आई थी और भीड़भाड़ में अपने परिजनों से बिछुड़ गई। गुमसुम हालत में वह लगातार पैदल चलती हुई बहादराबाद क्षेत्र तक पहुंच गई थी। पूछताछ में उसने ‘इस्लामनगर, बदायूं’ का नाम बताया, लेकिन अन्य कोई ठोस जानकारी नहीं दे सकी।
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए पुलिस ने तकनीकी सहायता का सहारा लिया। चौकी प्रभारी ने गूगल सर्च की मदद से इस्लामनगर, बदायूं थाना क्षेत्र के प्रभारी का मोबाइल नंबर निकाला और उनसे संपर्क साधा। इसके बाद महिला की तस्वीर और अन्य विवरण बदायूं पुलिस के माध्यम से साझा किए गए।
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बदायूं पुलिस की मदद से कुछ ही घंटों में महिला के पुत्र योगेंद्र का मोबाइल नंबर प्राप्त कर उसे सूचना दी गई। सूचना मिलते ही योगेंद्र ने अपनी बहन गुड्डू पत्नी चंद्र प्रकाश को तुरंत हरिद्वार भेजा।
हरिद्वार पहुंचने के बाद गुड्डू ने अपनी माता की पहचान श्रीमती पूनम पत्नी राधेश्याम के रूप में की। मां से मिलकर गुड्डू भावुक हो गई और परिवार ने हरिद्वार पुलिस का आभार व्यक्त किया।
हरिद्वार पुलिस की इस मानवीय पहल की पूरे क्षेत्र में सराहना हो रही है। बुजुर्गों और असहाय लोगों के प्रति ऐसी संवेदनशीलता पुलिस के प्रति आमजन का विश्वास बढ़ाने में मील का पत्थर साबित हो रही है।