

हरिद्वार के नजरपुरा गांव में कांवड़ यात्रा के दौरान विद्युत पोल में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई और धमाका हुआ। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से कांवड़ यात्रियों को सुरक्षित किया गया और बड़ा हादसा टल गया।
हरिद्वार में विद्युत पोल में भीषण आग और ब्लास्ट (सोर्स- इंटरनेट)
Haridwar: हरिद्वार जिले के मंगलौर क्षेत्र के नजरपुरा गांव में रविवार देर रात एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया है। जानकारी के अनुसार 20 जुलाई की रात करीब 11 बजे नजरपुरा में नए पुल के पास स्थित एक विद्युत पोल में अचानक शॉर्ट सर्किट के चलते भीषण आग लग गई और देखते ही देखते जोरदार धमाका हो गया। धमाके की आवाज से आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
घटनास्थल पर बड़ी संख्या में मौजूद थे कावड़ियां
गौरतलब है कि इन दिनों सावन माह में कांवड़ यात्रा अपने चरम पर है और हजारों की संख्या में शिवभक्त कांवड़ लेकर हरिद्वार से गुजर रहे हैं। हादसे के समय भी बड़ी संख्या में कांवड़ यात्री नजरपुरा से होकर गुजर रहे थे। ऐसे में यह हादसा किसी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकता था। हादसे के बाद विद्युत पोल से जुड़े तार नीचे लटक गए जिससे वहां से गुजर रहे श्रद्धालुओं की जान पर बन आई।
कांवड़ यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर रोक
मौके पर तैनात हरिद्वार पुलिस के जवानों ने स्थिति की गंभीरता को तुरंत समझा और बिना देर किए लंढोरा विद्युत स्टेशन को सूचना देकर विद्युत आपूर्ति को तत्काल बंद करवाया। लाइनमैन को मौके पर बुलाकर पोल में लगी आग पर काबू पाया गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर मौजूद कांवड़ यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर रोक दिया और उन्हें बिजली के लटकते तारों से दूर रहने की सलाह दी।
आधे घंटे तक चला राहत कार्य
करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में कर लिया गया और कोई जनहानि या बड़ा नुकसान होने से बचा लिया गया। पुलिस की मुस्तैदी और त्वरित कार्रवाई की स्थानीय लोगों और कांवड़ियों ने सराहना की।
श्रद्धालुओं और आमजन से अपील
वहीं हरिद्वार पुलिस ने सभी श्रद्धालुओं और आमजन से अपील की है कि बारिश के मौसम में विद्युत पोल, ट्रांसफार्मर और खुले तारों के पास जाने से बचें। पुलिस ने कहा कि सावन के इस पवित्र महीने में श्रद्धालुओं की सुरक्षा उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस पूरी तरह सतर्क है।
इस घटना ने एक बार फिर साफ कर दिया कि सावन के दौरान बड़ी भीड़ और बारिश के चलते हादसों की आशंका बनी रहती है। ऐसे में प्रशासन और श्रद्धालुओं को विशेष सतर्कता बरतनी होगी ताकि आस्था का यह पर्व सुरक्षित और शांति पूर्ण तरीके से संपन्न हो सके।